बिल्डिंग से धक्का देकर हत्या किए जाने से पहले दीपिका ने पति से कही थी ये बात
"प्लीज मुझे मत मारो, मैं अपने बच्चों से प्यार करती हूं।" पुलिस को लगता है कि 32 साल की दीपिका चौहान ने 27 अक्टूबर को अपने अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से कथित रूप से धक्का दिए जाने से पहले...
"प्लीज मुझे मत मारो, मैं अपने बच्चों से प्यार करती हूं।"
पुलिस को लगता है कि 32 साल की दीपिका चौहान ने 27 अक्टूबर को अपने अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से कथित रूप से धक्का दिए जाने से पहले आखिरी शब्द यही कहे थे। इस मामले में दीपिका के पति विक्रम चौहान (35) पर उसकी हत्या करने का आरोप है। हत्या के वक्त उनकी चार साल बेटी और पांच महीने का बेटा घर में ही सो रहे थे।
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डीएलएफ फेज-1 थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा, "विक्रम के एक पड़ोसी ने अपना नाम उजागर न करने और जांच में शामिल न किए जाने की शर्त पर यह बयान दिया है।" ''पड़ोसी ने वारदात में किसी अन्य व्यक्ति के शामिल होने की बात भी बताई, जिसने विक्रम को दीपिका को नीचे धक्का देने में मदद की थी, लेकिन अभी तक उसकी पहचान नहीं की जा सकी है।"
पुलिस ने कहा कि उनके पास विक्रम पर पर शक करने का एक और कारण यह भी था कि दीपिका और विक्रम के बीच झगड़ा हुआ था, जिसमें उसकी कलाई पर खरोंच के निशान भी आए थे।
एसएचओ संजीव कुमार ने कहा, "इस घटना के कुछ दिन बाद मेडिकल जांच के दौरान यह निशान मिले थे।"
पुलिस ने कहा कि उनकी जांच में पता चला है कि विक्रम का अपनी ही सोसाइटी में रहने वाली एक महिला शेफाली भसीन जिसे मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। अपने कथित संबंध के चलते उसने कुछ महीने से अपनी पत्नी को मारने की योजना बनानी शुरू कर दी थी।
एसएचओ ने बताया, "दीपिका ने 27 अक्टूबर को करवाचौथ का व्रत रखा था इसलिए उसने विक्रम को उस शाम जल्दी घर लौटने के लिए कहा था। जब वह शाम को घर लौटा, तो दीपिका ने उसे बताया कि वह विक्रम के अपराधों से थक गई थी और शेफाली के घर जाकर उससे झगड़ा करना चाहती थी।"
पुलिस ने बताया कि इसी टकराव से बचने के लिए विक्रम सीढ़ियों के रास्ते तेजी से भाग कर दूसरे टावर में रहने वाली शेफाली के घर पहुंचा गया।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, उसने इसे लेकर शेफाली को मैसेज भेजकर अलर्ट भी कर दिया था। "उसने सीसीटीवी कैमरों में आने के डर से लिफ्ट से न जाने की सोची।
उन्होंने कहा, जब वहां विक्रम को एहसास हुआ कि उसकी पत्नी केवल कॉलोनी में टहल रही थी तो वह घर लौट आया।
पुलिस अधिकारी ने बताया, "विक्रम ने करीब रात 9.30 बजे तक अपने माता-पिता के जाने करने का इंतजार किया। उसके बाद उसने दीपिका को बालकनी में बुलाया और वहां से उसे 9.37 बजे धक्का दे दिया। पड़ोसियों ने बताया कि वह नीचे की तरफ भागते हुए मदद के लिए चिल्ला रहा था। वे उसे एक निजी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।"