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हरियाणा के विधायकों को धमकी मामला : गृह मंत्री अनिल विज ने विधानसभा में की एसटीएफ की तारीफ

विज ने बताया कि इन केसों की जांच एसटीएफ को सौंपी गई ताकि इन मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता मिले और अन्य राज्यों की जांच/खुफिया एजेंसियों और केन्द्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय सुनश्चिति किया जा सके।

हरियाणा के विधायकों को धमकी मामला : गृह मंत्री अनिल विज ने विधानसभा में की एसटीएफ की तारीफ
Praveen Sharmaचंडीगढ़। वार्ताMon, 08 Aug 2022 11:33 PM
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हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा है कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है तथा कानून-व्यवस्था के सभी मुद्दों को प्रभावी ढंग से कानून अनुसार निपटाया गया है। उन्होंने कहा कि विधायकों को जबरन वसूली के कॉल/धमकी मिलने की सूचना के उपरांत विधायकों को व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मी प्रदान किए गए, सुरक्षा कर्मियों के लिए वीवीआईपी सुरक्षा बारे रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन किया गया और विधायकों के सुरक्षाकर्मियों को एके-47 जैसे उन्नत हथियार भी प्रदान किए गए।

विज सोमवार को हरियाणा विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान लगाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि हरियाणा में कुछ विधायकों को जबरन वसूली के कॉल/धमकी मिलने की सूचना मिली थी। इसकी सूचना मिलते ही संबंधित थाना क्षेत्र में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई और सदस्यों की सुरक्षा को बढ़ाया गया। 

उन्होंने बताया कि मामलों की जांच विशेष कार्यबल (एसटीएफ) को सौंपी गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता मिले और अन्य राज्यों की जांच/खुफिया एजेंसियों और केन्द्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय सुनश्चिति किया जा सके। यह भी पता चला कि न केवल हरियाणा के विधायकों को बल्कि अन्य राज्य के विधायकों को भी इसी तरह की धमकी मिली थी।

पुलिस महानिरीक्षक (एसटीएफ) ने इन मामलों की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक, (एसटीएफ) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया। मोबाइल फोन्स के तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि धमकी भरे कॉल करने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे नंबर मध्य पूर्वी देशों में रजिस्टर्ड थे और पाकिस्तान से संचालित किए जा रहे थे।

उन्होंने बताया कि यह भी पता चला कि इसमें शामिल व्यक्ति साइबर धोखेबाज हैं, जो किसी भी आतंकवादी संगठन या जबरन वसूली रैकेट से जुड़े नहीं हैं। वे पंजाब में हाल ही में प्रकाशित/प्रचारित आपराधिक घटनाओं का उपयोग कर वर्तमान स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे थे। इन मामलों की जांच जारी है।

गृहमंत्री ने बताया कि कुलदीप वत्स, विधायक, बादली से संबंधित घटनाओं के संबंध में दो केस दर्ज किए गए हैं- एक पटौदी और एक झज्जर में। फिलहाल दोनों मामलों की जांच चल रही है। उस घटना के संबंध में जिसमें एक वीडियो वायरल किया गया था, जिसमें कुछ लोगों ने कथित तौर पर मामन खान, विधायक, फिरोजपुर झिरका को धमकी दी थी, इस संबंध में पुलिस को कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है।

विज ने बताया कि जब इस पर काम शुरू किया गया तो पता चला कि पंजाब के तीन विधायक और दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दो विधायकों को भी इस प्रकार की धमकी भरी कॉल आई थीं। जांच करने पर पता चला कि 864 लोगों के खाते चैक किए गए और 55 बैंक के खातों से दो करोड़ 77 लाख तीन हजार 756 की राशि को निकाला गया। हमारी पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय गिरोह को तोड़ने का काम किया। किस-किस एटीएम से पैसे निकाले गए और उनके खिलाफ कार्रवाई करनी बाकी है और सिम कार्ड का डाटा भी खंगाला जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पुलिस जवानों ने अच्छा काम किया है और हमने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस मामले के डेड एंड से लेकर डेड एंड तक कार्रवाई करें और आने वाले समय में इस मामले में सफेदपोशों के नाम भी उजागर हो सकते हैं। हम एक-एक आदमी की छानबीन कर रहे हैं और सारी जानकारी हासिल कर रहे हैं। हम सारे देश में साइबर ठगी के धंधे से बंद करवा देंगे।

उन्होंने कहा कि पार्टी बाजी को भूलकर हमें आज अपने लोगों को शाबाशी देने के लिए प्रस्ताव पारित करना चाहिए। हालांकि, हम विभाग के लोगों का सजा के तौर पर ट्रांसफर या सस्पेंड करते हैं। अच्छा काम करने पर इन्हें इनाम भी दिया जाना चाहिए। इसी कड़ी में हमने 30 इनामों को रखा है जिसके तहत 10 मुख्यमंत्री, 10 गृहमंत्री और 10 डीजीपी मेडल दिए जाएंगे और ऐसे पुलिसकर्मियों को 21000 की राशि और 6 महीने का सेवा भी विस्तार दिया जाएगा। शासन में सख्ती के साथ-साथ शबासी भी देनी चाहिए। 

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