गुजरात नगर निगम चुनावों में अहमदाबाद की सात सीटें जीतने के बाद अब निकाय चुनावों में भी एआईएमआईएम का खाता खुल चुका है। पार्टी मोदासा नगरपालिका में 12 में से 9 सीटों पर कब्जा जमाकर प्रमुख विपक्षी दल बन गई है। एआईएमआईएम गोधरा में भी 7 सीटें जीत चुकी है। इसके अलावा भरूच में एक सीट पर सफलता मिली है।
गुजरात में पहली बार भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के साथ गठबंधन करके मैदान में उतरी ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का प्रदर्शन स्थानीय निकाय चुनाव में काफी अच्छा रहा।
निकाय चुनावों के मंगलवार को आए नतीजे में अरावली की मोदासा नगरपालिका में ओवैसी की पार्टी ने 12 में से 9 सीटों पर कब्जा जमा लिया है। गोधरा में ओवैसी की पार्टी ने कुल 44 में से आठ नगर पालिका सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। आठ में से सात सीटों पर वह विजयी हुई है। इसके अलावा भरुच में पार्टी आठ सीटों पर लड़ी थी, जिसमें से एक पर सफलता मिल चुकी है। ओवैसी ने मोदासा की जनता को खुद पर विश्वास करने के लिए शुक्रिया जताया है। ओवैसी ने गोधरा और मोडासा में चुनावी सभा को भी संबोधित किया था।
गुजरात स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा बड़ी जीत की ओर अग्रसर
गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा ने सभी 31 जिला पंचायतों, 81 नगरपालिकाओं में से 70 पर जीत हासिल की और वह 231 तालुका पंचायतों में अपनी मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस से बहुत आगे है। राज्य में दूसरे चरण के निकाय चुनाव के लिए मतों की गिनती मंगलवार को अभी चल रही है।
इससे पहले गुजरात में पिछले महीने हुए निकाय चुनावों के पहले चरण में, भाजपा ने सभी छह नगर निगमों में जीत हासिल की थी। दूसरे चरण के चुनावों के लिए मतगणना सुबह 9 बजे शुरू हुई, भाजपा ने 8,261 सीटों में से 6,110 सीटें जीत ली हैं, जिसके लिए परिणाम शाम तक राज्य निर्वाचन आयोग ने घोषित किए हैं। जिला और तालुका पंचायतों और नगरपालिका परिषदों में दूसरे चरण में कुल 8,474 सीटों थीं। 28 फरवरी को चुनाव हुए थे।
कांग्रेस केवल 1,768 सीटें जीत पाई और अभी तक केवल तीन नगरपालिकाओं में जीत हासिल कर सकी है। कांग्रेस एक भी जिला पंचायत नहीं जीत सकी, लेकिन कुछ तालुका पंचायतों में आगे है। आम आदमी पार्टी ने 42 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने अब तक 286 सीटें हासिल की हैं।