पीएम मोदी के दौरे से पहले मोरबी अस्पताल में रंग-रोगन, विपक्ष बोला- फोटोशूट से पहले की तैयारी
घायलों को मोरबी के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां आज पीएम नरेंद्र मोदी घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचेंगे। इस बीच विपक्ष ने अस्पताल में देर रात पेंटिंग की तस्वीरों के साथ हमला बोला।

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गुजरात के मोरबी में केबल तारों वाले ब्रिज के टूटने से मौत का आंकड़ा 134 पार कर गया है। कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। घायलों को मोरबी के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां आज पीएम नरेंद्र मोदी घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचेंगे। इस बीच विपक्ष ने अस्पताल में देर रात पेंटिंग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी करके भाजपा पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस ने इसे त्रासदी का इवेंट कहा तो आम आदमी पार्टी ने इसे भाजपा के फोटोशूट से पहले की तैयारी करार दिया।
गुजरात के मोरबी के सिविल अस्पताल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने से पहले रंग-रोगन का कार्य देर रात को अंजाम किया गया। अस्पताल में उन्हीं भर्ती किया गया है जो केबल तारों वाले ऐतिहासिक ब्रिज के गिरने से घायल हुए थे। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सिविल अस्पताल के जीर्णोद्धार की कथित तस्वीरों को साझा करते हुए दावा किया है कि प्रधानमंत्री की अच्छी तस्वीरें सुनिश्चित करने के लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं।
हालांकि लाइव हिन्दुस्तान इन तस्वीरें और वीडियो की प्रामाणिकता का दावा नहीं करता है।
कांग्रेस पार्टी ने मरम्मत कार्य को "त्रासदी की घटना" बताते हुए ट्वीट किया, "त्रासदी का इवेंट। कल PM मोदी मोरबी के सिविल अस्पताल जाएंगे। उससे पहले वहां रंगाई-पुताई का काम चल रहा है। चमचमाती टाइल्स लगाई जा रही हैं। PM मोदी की तस्वीर में कोई कमी न रहे, इसका सारा प्रबंध हो रहा है। इन्हें शर्म नहीं आती! इतने लोग मर गए और ये इवेंटबाजी में लगे हैं।"
उधर, आप ने ट्वीट किया, "Morbi Civil Hospital में रातों रात रंग-पुताई की जा रही है ताकि कल PM Modi के Photoshoot में घटिया बिल्डिंग की पोल ना खुल जाए। 141 लोग मर चुके हैं, सैकड़ों लोग लापता हैं, असली दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई लेकिन भाजपाइयों को फोटोशूट करके लीपापोती की पड़ी है.."
गौरतलब है कि सौराष्ट्र क्षेत्र के मोरबी शहर में रविवार शाम को ब्रिटिश काल का सस्पेंशन ब्रिज गिरने से कम से कम 134 लोगों की जान चली गई। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि तकनीकी और संरचनात्मक खामियां और रखरखाव के मुद्दे इस त्रासदी के लिए प्रथम दृष्टया जिम्मेदार थे।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी ने मोरबी पुल ढहने पर सोमवार देर रात एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और अधिकारियों से त्रासदी से प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने को कहा है। दुर्घटनास्थल पर शुरू किए गए राहत और बचाव कार्यों के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई और त्रासदी से संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा की गई।
