अब नहीं होगी देसी टीके की किल्लत, भारत बायोटेक के नए प्लांट से रवाना हुई कोवैक्सीन की पहली खेप
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुजरात में भरूच जिले के अंकलेश्वर स्थित भारत बायोटेक के नए प्लांट से रविवार को कोवैक्सीन टीके की पहली वाणिज्यिक खेप रवाना की। मांडविया ने इस मौके...
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुजरात में भरूच जिले के अंकलेश्वर स्थित भारत बायोटेक के नए प्लांट से रविवार को कोवैक्सीन टीके की पहली वाणिज्यिक खेप रवाना की।
मांडविया ने इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम के तुरंत बाद ट्वीट किया, ''देश को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मजबूत करने के लिए सबसे जरूरी है टीकाकरण। आज अंकलेश्वर, गुजरात स्थित भारत बायोटेक के संयंत्र से कोवैक्सीन की पहली वाणिज्यिक खेप को रवाना किया।' उन्होंने कहा, 'इससे देश में टीकों की आपूर्ति में बढ़ोतरी होगी एवं हर भारतीय तक टीका पहुंचाने में मदद मिलेगी।'
देश को कोरोना से लड़ाई में मज़बूत करने के लिए सबसे ज़रूरी है टीकाकरण। आज अंकलेश्वर, गुजरात स्थित @BharatBiotech के प्लांट से #COVAXIN के पहले commercial batch को रिलीज़ किया।
— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 29, 2021
इससे देश में वैक्सीन की आपूर्ति में बढ़ोतरी होगी एवं हर भारतीय तक वैक्सीन पहुँचाने में मदद मिलेगी। pic.twitter.com/Z2NzvRwEuj
सरकार ने इस महीने की शुरुआत में भारत बायोटेक के अंकलेश्वर स्थित विनिर्माण संयंत्र को कोविड-19 रोधी कोवैक्सीन टीके का उत्पादन करने की मंजूरी दी थी।
भारत बायोटेक ने मई में घोषणा की थी कि उसने अंकलेश्वर स्थित अपनी सहायक कंपनी के प्लांट में कोवैक्सीन की अतिरिक्त 20 करोड़ खुराक के उत्पादन की योजना बनाई है। हैदराबाद स्थित कंपनी ने कहा था कि वह अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली चिरोन बेहरिंग इकाई के विनिर्माण संयंत्र में कोवैक्सीन की अतिरिक्त 20 करोड़ खुराक बनाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत रविवार सुबह तक कोविड-19 टीके की 63.09 करोड़ खुराक लगाई गई हैं।