50 सीटों पर 'आप' ने हरवा दिया, कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रहे रघु शर्मा बोले
गुजरात में शर्मनाक हार के बाद 24 घंटे के अंदर प्रदेश कांग्रेस में भगदड़ मचनी शुरू हो गई है। कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रहे व विधायक रघु शर्मा ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया।

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गुजरात में शर्मनाक हार के बाद 24 घंटे के अंदर प्रदेश कांग्रेस में भगदड़ मचनी शुरू हो गई है। कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रहे और विधायक रघु शर्मा ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए रघु शर्मा ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने चुनाव के दौरान सामने आए विभिन्न मुद्दों, वोटों के बंटवारे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री द्वारा यहां पर प्रचार और राज्य सरकार की मशीनरी के बेजा इस्तेमाल पर अपनी बात रखी। इस दौरान रघु शर्मा ने दावा किया कि 50 सीटों पर उनकी हार की जिम्मेदार आम आदमी पार्टी रही। गौरतलब है कि कांग्रेस ने रघु शर्मा को अक्टूबर 2021 में गुजरात का प्रभारी बनाया था।
77 सीटों से 17 सीट, कांग्रेस के साथ गलत क्या?
गुजरात में कांग्रेस के प्रभारी रहे रघु शर्मा ने कहा कि हालात और माहौल के हिसाब से नतीजे विरोधाभासी और चौंकाने वाले हैं। उन्होंने कहाकि कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान आम आदमी पार्टी और एआईएआईएम ने पहुंचाया। उन्होंने इन दोनों को भाजपा की बी टीम बताया। रघु शर्मा के मुताबिक कई सीटों पर वोटों का बंटवारा हो गया, खासतौर पर आदिवासी बेल्ट में। उन्होंने कहा कि कम से कम 50 सीटों पर आप ने पार्टी उम्मीदवारों को नुकसान पहुंचाया।
पीएम और गृहमंत्री की रैलियों पर यह बोले
जब रघु शर्मा से पूछा गया कि चुनाव के दौरान कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौतियां क्या रहीं? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री आठ महीनों से गुजरात में कैंप कर रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने करीब 100 रैलियां कीं, इन सारी बातों ने प्रशासन पर दबाव बनाया। उन्होंने दावा किया कि राज्य की मशीनरी का दुरुपयोग किया गया। साथ ही भाजपा के पास काफी ज्यादा रिसोर्सेज थे, खासतौर पर मनी पॉवर।
रणनीति और उम्मीदवारों के चयन में तो गड़बड़ नहीं
रघु शर्मा से यह भी पूछा गया कि कहीं कांग्रेस की रणनीति तो गलत नहीं रही? या फिर उम्मीदवारों के चयन में गलती हुई? उन्होंने इन बातों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों का चयन बिल्कुल सही था। सभी ने अच्छे से चुनाव लड़ा और माहौल भी काफी उत्साहजनक था, लेकिन इसकी तुलना में परिणाम काफी चौंकाने वाले रहे। रघु शर्मा के मुताबिक कांग्रेस को लेकर लोगों में धारणा नहीं बन पाई और भाजपा ने धार्मिक ध्रुवीकरण कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं 15 महीनों तक गुजरात में रहा। बूथ मैनेजमेंट से लेकर डोर टु डोर कैंपेन किया गया, लेकिन वोटों के बंटवारे ने हमें प्रभावित किया। इसके अलावा, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की मौजूदगी के चलते भाजपा का वोट बैंक उनके साथ बना रहा।
अब गुजरात में क्या करेगी कांग्रेस?
रघु शर्मा ने कहा कि हम आठवीं बार चुनाव हारे हैं। 27 साल से कांग्रेस यहां सत्ता में नहीं है, लेकिन प्रदेश भर में उसके कार्यकर्ता हैं। पार्टी नए अंदाज, नेतृत्व के साथ मजबूती के साथ उभरेगी। कांग्रेस गुजरात में है और हमेशा रहेगी। हम यहां पर लगातार लोगों के मुद्दे उठाते रहते हैं।
अपने इस्तीफे पर यह बोले रघु शर्मा
जब रघु शर्मा से पूछा गया कि आखिर उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया? इस पर उन्होंने कहा कि पाटी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के लिए काम करना जारी रखूंगा। हमने हिम्मत नहीं हारी है और आगे की लड़ाई जारी रहेगी।