पीएम मोदी इस दिन करेंगे अहमदाबाद मेट्रो के दूसरे चरण का उद्घाटन, जानिए डीटेल
अहमदाबाद मेट्रो के दूसरे चरण का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी करने वाले हैं। जानिए मेट्रो राज्य के किन बड़े शहरों को जोड़ेगी। साथ ही इससे लोगों को क्या फायदे होंगे…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान 16 सितंबर को अहमदाबाद मेट्रो के दूसरे चरण का उद्घाटन करेंगे। मेट्रो परियोजना का दूसरा चरण 5384 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जा रहा है। इस मेट्रो के जरिए अहमदाबाद और गांधीनगर आपस में जुड़ जाएंगे। मोटेरा में नरेंद्र मोदी स्टेडियम से गांधीनगर के सेक्टर-1 तक 21 किलोमीटर की दूरी कवर होगी। इससे राज्य की राजधानी और गुजरात के सबसे अधिक आबादी वाले शहर में यात्रियों के लिए कनेक्टिविटी बढ़ेगी और आने-जाने में लोगों को मदद मिलेगी।
गांधीनगर-अहमदाबाद में बढ़ेगा जुड़ाव, कम होगी ट्रैफिक समस्या
इस मेट्रो के चालू होने से गुजरात के फाइनेन्सियल हब, गिफ्ट सिटी में जुड़ाव होगा। इस मेट्रो की मदद से गिफ्ट सिटी और अन्य जगहों पर काम करने वाले वर्करों को आसान, तेज और सुरक्षित यात्रा का विकल्प मिल जाएगा। अहमदाबाद और गांधीनगर के बीच जुड़ाव हो जाने से लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी। इसका प्रयोग अधिक मात्रा में लोगों द्वारा करने से इस रास्ते पर ट्रैफिक में भी कमी आएगी।
किराया और समय की होगी बचत
शहर में आवागमन को आसान बनाने के लिए इसकी शुरूआत हुई है। इससे समय और पैसा दोनों की लागत कम हो जाएगी। प्रेस रिलीज में इसका जिक्र है। उदाहरण के लिए अहमदाबाद के एपीएमसी से लेकर गांधीनगर के सेक्टर-1 के बीच की दूरी करीब 33 किमी है। इसके लिए मेट्रो से मात्र 35 रुपए खर्च करने होंगे। इस दूरी को यात्री करीब 65 मिनट में पूरा कर लेंगे। इसी दूरी को अन्य साधन से कवर करने पर आपको इतना रुपया खर्च करना पडेगा; टैक्सी से 80 मिनट में करीब 415 रुपए, ऑटो रिक्शा से करीब 375 रुपए।
इन कंपनियों से लिया लोन
इस प्रोजेक्ट को विदेशी कंपनियों से लोन लेकर पूरा किया गया है। इन एजेंसियों के नाम एजेंस फ्रांसेइस डे डेवलपमेंट (एएफडी) और क्रेडिटनस्टाल्ट फर विडेराउफबाउ (केएफडब्ल्यू)हैं। अच्छा इसके अलावा एक और बात कही जा रही है कि इस मेट्रो के जरिए केवल समय और पैसा की बचत नहीं होगी, बल्कि एक और बचत होने वाली है। जानकारों ने बताया कि इससे कार्बन फुटप्रिंट भी कम होगा। यानी ये हरित विकल्प प्रदान करता है। यानी ये प्रदूषण की समस्या को भी कम करने में मदद करता है।
विकास का लगाया अनुमान
सरकरा ने भी अनुमान लगाया है कि जैसे-जैसे कनेक्टिविटी में सुधार होगा, इन क्षेत्रों में आवास और दूसरे कामों के लिए मांग बढ़ने लगेगी। मांग बढ़ने से रियल एस्टेट में विकास होगा और लोग निवेश भी करना चाहेंगे। लोग इसलिए भी आना चाहेंगे, क्योंकि इन इलाकों तक पहुंचने के लिए सस्ता, सरल और टिकाऊ साधन होगा। इससे लोगों को निजी वाहनों पर कम निर्भर रहना पडेगा और पैसे-समय दोनों बचा लेंगे।
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