भीषण बारिश के चलते गुजरात का हाल बेहाल, 3610 KM लंबी सड़कों की मरम्मत जारी
गुजरात में भीषण बाढ़ और बारिश के चलते राज्य की सड़कों को काफी नुकसान पहुंचा है। इसे दूर करने के लिए सरकार जोरो से प्रयास कर रही है। इसके तहत सरकार करीब 3610 किमी. लंबाई की सड़कों की मरम्मत कर रही है।
गुजरात में भीषण बारिश के चलते राज्य के सड़क और वन विभाग की 3610 किमी लंबाई की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। वडोदरा-वापी, राजकोट-जेतपुर, चिलोड़ा-हिम्मतनगर तथा अन्य सड़कों में मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर जारी है। इसके लिए भूपेंद्र पटेल ने युद्धस्तर पर कार्य करके फिर से सड़कों को आवागमन के योग्य बनाने के दिशानिर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि भारी वर्षा के कारण सड़क एवं भवन विभाग की कुल 1,16,000 किमी लंबाई की सड़कों में से एक सितंबर तक 3610 किमी लंबाई की सड़कों में टूट-फूट हुई है। क्षतिग्रस्त हुई सड़कों में से जिले के मुख्य मार्गों की मरम्मत का काम सात सितंबर तक पूरा करने तथा ग्रामीण मार्गों की मरम्मत का काम 15 सितंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
ऐसे हो रहा मरम्मत का काम
विभाग द्वारा जी.एच.बी., ड्राई मेटल तथा कोल्ड मिक्स डामर का इस्तेमाल कर अस्थायी आधार पर मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। क्षेत्रीय स्तर पर कार्यरत टीमों को युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य शुरू करने का निर्देश दिया गया है। इतना ही नहीं, गांधीनगर से सचिवों के मार्गदर्शन में मुख्य अभियंताओं द्वारा इस संबंध में कार्य संचालन किया जा रहा है। स्थानीय कलेक्टर, प्रभारी मंत्री और सचिवों द्वारा विभाग के साथ समन्वय कर सभी तहसीलों में चल रहे कार्यों की समीक्षा की जा रही है। स्थायी मरम्मत का कार्य बारिश बंद होने के बाद किया जाएगा।
मानव श्रम और मशीनी बल की मदद
क्षेत्रीय स्तर पर 731 जेसीबी, 699 डम्पर, 557 ट्रैक्टर, सात हिताची, 65 रोलर, 14 लोडर, 48 ट्री कटर और चार पेवर की मदद से तत्काल आधार पर मरम्मत कार्य जारी है। इसके लिए लगभग 6487 श्रमिकों के साथ कुल 466 टीमें कार्यरत हैं। जिन स्थानों पर स्ट्रक्चर टूट गए हैं, वहां तत्काल डायवर्जन बनाकर यातायात को बहाल करने का काम चालू कर दिया गया है। ऐसे स्थानों पर यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया है तथा इसके लिए सूचना बोर्ड लगाने के निर्देश दे दिए गए हैं।
मजदूरों और यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान
क्षेत्रीय कार्यालयों को अन्य सभी स्ट्रक्चरों का री-वेरिफिकेशन कर आवश्यक सुरक्षा उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। जिस सेक्शन में काम जारी है वहां विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और श्रमिकों को सुरक्षा के भाग के रूप में जैकेट पहनने और ‘काम चालू है' जैसे सावधानी सूचक बोर्ड लगाकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्षतिग्रस्त नेशनल हाइवे पर चल रहा काम
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधीन कुल 2894 किमी लंबाई के नेशनल हाईवे में से लगभग 139 किमी लंबाई की सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। एनएचएआई द्वारा राज्य सरकार के संपर्क में रहकर नेशनल हाईवे की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत वडोदरा-वापी, राजकोट-जेतपुर, चिलोड़ा-हिम्मतनगर तथा अन्य सड़कों में मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
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