एकबार में कितने मोदक खा सकता है कोई, गुजरात में हुई लड्डू खाने की अनोखी प्रतियोगिता
- इस साल प्रतियोगिता में कुल 49 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें 33 पुरुष, 6 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं। प्रतियोगिता जीतने के लिए उन्होंने 100-100 ग्राम के दूध और शुद्ध देसी घी से बने लड्डू खाए।
गणेशोत्सव की शुरुआत के साथ ही शनिवार को गुजरात के जामनगर में एक अनोखी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को ज्यादा से ज्यादा लड्डू खाने थे। यह प्रतियोगिता तीन वर्गों (महिला, पुरुष और बच्चों) में हुई, जिसमें अलग-अलग विजेता घोषित हुए। प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग के विजेता ने 12 लड्डू खाकर जीत हासिल की।
आयोजकों ने बताया कि इस साल प्रतियोगिता में कुल 49 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें 33 पुरुष, 6 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल थे। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस प्रतियोगिता में उन्हें 100-100 ग्राम के लड्डू खाने होते हैं, जो कि शुद्ध घी और दूध से बनाए जाते हैं।
प्रतियोगिता में जामनगर के अलावा जम कंडोरना और जाम जोधपुर जैसे आसपास के इलाकों के लोगों ने भी आकर हिस्सा लिया। पुरुष वर्ग में पिछले साल नवीन दवे ने 13 लड्डू खाकर इस प्रतियोगिता को जीता था और इस साल रावजी मकवाना ने 12 लड्डू खाकर जीत हासिल की। महिला वर्ग में पद्मिनी बेन गजेरा विजयी रहीं, जिन्होंने कुल 9 लड्डू खाए। बाल वर्ग में आयुष ठाकर विजेता रहे, जिन्होंने 5 लड्डू खाकर इस मुकाबले को जीता।
सौराष्ट्र लड्डू प्रतियोगिता का आयोजन पिछले 15 सालों से हर साल किया जाता रहा है और हर साल इसमें लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इसे हर साल गणेशोत्सव पर ही आयोजित किया जाता है। दरअसल भगवान गणेश को मोदक यानी लड्डू अति प्रिय हैं और उन्हें भोग के रूप में भी इसे ही चढ़ाया जाता है, इसलिए उनके भक्तों के बीच भी लड्डू खाने की प्रतियोगिता रखी जाती है। वर्षों से चली आ रही परंपरा को जारी रखते हुए जामनगर के ब्रह्मा सोशल ग्रुप ने इस साल भी प्रतियोगिता का आयोजन किया।
इस तरह की प्रतियोगिता जामनगर के अलावा प्रदेश के कई अन्य शहरों में भी होती हैं। पिछले साल राजकोट में हुई ऐसी ही एक अन्य प्रतियोगिता में 73 वर्षीय गोविंदभाई लूनगरिया ने 21 मिनट में 21 लड्डू खाकर प्रतियोगिता को जीता था। हैरानी की बात यह है कि इससे एक साल पहले यानी साल 2022 में भी गोविंदभाई लूनगरिया ने 23 लड्डू खाकर इस प्रतियोगिता को जीता था। राजकोट में हुई प्रतियोगिता में 100 ग्राम वजन के लड्डू दाल और पानी के साथ परोसे जाते हैं। जो लोग पहले पांच मिनट में पांच लड्डू खा लेते हैं, वे ही प्रतियोगिता के लिए योग्य माने जाते हैं। गोविंदभाई ने साढ़े तीन मिनट में पांच लड्डू खा लिए और अगले 17 मिनट में 16 लड्डू और खा लिए थे।
गणेशोत्सव दस दिवसीय उत्सव है, जिसकी शुरुआत गणेश चतुर्थी से होती है। आज यानी शनिवार से शुरू हुआ यह पर्व अनंत चतुर्दशी तक जारी रहेगा। यह उत्सव जिसे विनायक चतुर्थी या विनायक चविथी के नाम से भी जाना जाता है, भगवान गणेश को 'प्रथम पूजनीय भगवान' और 'बाधाओं को दूर करने वाले' के रूप में पूजा जाता है। साथ ही उन्हें रिद्धी-सिद्धि देने वाला भी माना जाता है।
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