
वडोदरा पुल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 19 हुई, जानिए अब भी लापता हैं कितने लोग
संक्षेप: मंत्री ऋषिकेश पटेल ने घटनास्थल का दौरा किया और मीडिया को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा गठित एक समिति द्वारा प्रस्तुत प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर चार इंजीनियरों के निलंबन की कार्रवाई की गई है।
गुजरात के वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर बने पुल के ढहने की घटना में घायल एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद मृतकों का आंकड़ा शुक्रवार को बढ़कर 19 तक पहुंच गया। मृतक की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि, ‘इस घटना में घायल हुए 5 लोगों को एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, इनमें से दहेवन निवासी 45 वर्षीय नरेंद्र सिंह परमार की शुक्रवार को मौत हो गई।’ वहीं लापता लोगों की जानकारी देते हुए एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इस घटना के बाद दो लोग अब भी लापता हैं, जिनके लिए तलाशी अभियान लगातार जारी है।

इससे पहले वडोदरा के जिलाधिकारी अनिल धमेलिया ने बताया था कि गुरुवार रात तक 18 शव बरामद किए जा चुके थे और तीसरे दिन भी तलाश अभियान जारी है। घटनास्थल पर मौजूद टीम दो और लापता लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस घटना को लेकर गुरुवार को कार्रवाई करते हुए राज्य के सड़क और भवन विभाग के चार इंजीनियरों को निलंबित कर दिया था। इस बीच आज राज्य के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने घटनास्थल का दौरा किया और मीडिया को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा गठित एक समिति द्वारा प्रस्तुत प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि राज्य के सड़क एवं भवन विभाग की एक उच्च स्तरीय जांच समिति 30 दिनों में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
दौरे के बाद मंत्री ने बताया कि राज्य में जिन 7,000 पुलों का सर्वेक्षण किया गया है, उनमें से सरकार ने उन पुलों की पहचान की है, जिनकी मरम्मत या नए पुल के निर्माण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘जांच समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, यह पाया गया है कि पुल का जोड़ (स्लैब) टूटने के कारण पुल ढह गया। सड़क एवं भवन विभाग की यह समिति 30 दिनों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट देगी।’
ऋषिकेश पटेल ने कहा कि तकनीकी और प्रशासनिक कारणों सहित सभी पहलुओं की जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी और उसके आधार पर अन्य निर्णय लिए जाएंगे। पटेल ने बाद में एसएसजी अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
बता दें कि बुधवार सुबह पादरा कस्बे के निकट गंभीरा गांव के पास चालीस साल पुराने पुल का एक हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए थे। यह पुल आणंद और वडोदरा जिलों को जोड़ता है।
इस मामले को लेकर कांग्रेस की गुजरात इकाई ने आरोप लगाया कि स्थानीय जिला पंचायत सदस्य द्वारा साल 2022 में दी गई इस चेतावनी के बावजूद कि पुल की स्थिति ठीक नहीं है और इसे यातायात के लिए बंद कर दिया जाना चाहिए, भाजपा सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।
गुजरात विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अमित चावड़ा ने मांग की कि राज्य के सभी पुलों की निरीक्षण रिपोर्ट और फिटनेस प्रमाणपत्र सार्वजनिक किए जाएं ताकि लोगों को पता चल सके कि कौन से पुल यात्रा के लिए अनुपयुक्त हैं।

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Sourabh Jainलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




