गुजरात चुनाव:सीएम विजय रूपाणी की रैली में शहीद की बेटी का अपमान, राहुल बोले-शर्म करो
गुजरात चुनाव पास आने के साथ ही प्रचार-प्रसार अपने चरम पर है। प्रत्येक पार्टी लोगों को अपनी ओर रिझाने के लिए धड़ाधड़ चुनावी रैलियां कर रही हैं। इसी कड़ी में राज्य के सीएम विजय रुपानी की एक रैली के...
गुजरात चुनाव पास आने के साथ ही प्रचार-प्रसार अपने चरम पर है। प्रत्येक पार्टी लोगों को अपनी ओर रिझाने के लिए धड़ाधड़ चुनावी रैलियां कर रही हैं। इसी कड़ी में राज्य के सीएम विजय रुपानी की एक रैली के दौरान एक हैरानी-भरी घटना हुई है। इसमें एक सीएम शहीद बीएसएफ जवान की बेटी मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से पहुंची थी लेकिन वहां से उसे महिला पुलिस कर्मियों ने रोक लिया और घसीटकर बाहर निकाला।
मंच के नीचे उस लड़की के साथ पुलिस ऐसे पेश आई जैसे वो कोई उपद्रवी हो। ये सब मुख्यमंत्री के सामने हो रहा था और वहां पर उन्होंने उसे रोकने के बजाय उसे शांति से बाहर ले जाने के लिए कहते दिखे। इस घटना के बाद राहुल गांधी ने इस घटना की कड़ी आलोचना करते हुए सीएम विजय रूपानी पर निशाना साधा।
भाजपा का घमंड अपने चरम पर है।
— Office of RG (@OfficeOfRG) 1 December 2017
‘परम देशभक्त’ रुपाणीजी ने शहीद की बेटी को सभा से बाहर फिंकवा कर मानवता को शर्मसार किया।
15 साल से परिवार को मदद नहीं मिली, खोखले वादे और दुत्कार मिली। इंसाफ़ माँग रही इस बेटी को आज अपमान भी मिला।
शर्म कीजिए,न्याय दीजिए। pic.twitter.com/w8k7TYQrDt
वीडियो में जो लड़की दिख रही थी उसका नाम रूपल तडवी है, वह कई सालों से प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी। उसका दावा था कि उसके पिता अशोक तडवी बीएसएफ में रहते हुए ‘शहीद’ हो गए थे। उसका आरोप है कि सरकार ने उसे जमीन देने का वादा किया था, लेकिन आज तक उसे जमीन नहीं मिली।
दरअसल शहीद अशोक ताडवी की बेटी काफी समय से भूमि मुआवजा की मांग कर रही हैं और उन्हें आस थी कि मुख्यमंत्री जरूर उनकी बात सुनेंगे। इस वजह से गुरुवार को जैसे ही मुख्यमंत्री अपना भाषण शुरू करने जा रहे थे, महिला उनके नजदीक जाने लगी लेकिन पुलिस बल ने उन्हें पकड़कर किनारे कर दिया। इस वाकये का विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें सीएम रूपाणी महिला को रैली खत्म होने के बाद मिलने का आश्वासन देते हुए पुलिसकर्मियों को उन्हें किनारे ले जाने की बात कह रहे हैं।