Google Chrome यूजर्स के लिए सरकार ने जारी की हाई रिस्क वार्निंग, खुद को सेफ करने के लिए पढ़ें ये खबर
Google Chrome दुनिया भर में सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला वेब ब्राउजर है। सीईआरटी-इन की चेतावनी के अनुसार, गूगल क्रोम वेब ब्राउज यूजर्स इन गड़बड़ियों की वजह से साइबर क्रिमनल्स यूजर्स के डिवाइस को रिमोटली एक्सेस कर सकते हैं।
Google Chrome दुनिया भर में सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला वेब ब्राउजर है। लाखों यूजर्स प्रतिदिन गूगल क्रोम को यूज करते हैं। आजकल इंटरनेट के बिना कोई भी काम करना असंभव सा हो गया है। घर में राशन मांगना हो या कोई बड़ा बैंकिंग लेनदेन करना सबके लिए इंटरनेट चाहिए।
हम अक्सर अपने ब्राउज़र के जरिये ही सामान आर्डर करते हैं बैंकिंग से जुड़े कोई काम करते हैं। ऐसे में आपकी बैंकिंग और पर्सनल डिटेल्स ब्राउज़र पर सेव हो जाती है। अपने यूजर्स की डिटेल्स को सुरक्षित रखने के लिए गूगल समय-समय पर क्रोम में नए सिक्योरिटी फीचर्स जोड़ता रहता है।
लेकिन धोखेबाज़ अक्सर पीड़ितों को धोखा देने का एक तरीका ढूंढ लेते हैं। यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए भारत सरकार ने विंडोज, मैक और लिनक्स यूजर्स के लिए 128.0.6613.113/.114 से पहले वाला के गूगल क्रोम वर्जन करने वाले यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है।
इसे जुड़ी है नई चेतावनी
भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (सीईआरटी-इन) की चेतावनी के अनुसार, गूगल क्रोम वेब ब्राउज यूजर्स इन गड़बड़ियों की वजह से साइबर क्रिमनल्स यूजर्स के डिवाइस को रिमोटली एक्सेस कर सकते हैं। साथ ही, डिवाइस में कोई वायरस वाले सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल कर सकते हैं, जिसका खामियाजा यूजर्स को भुगतना पड़ सकता है।
CERT-In को गूगल क्रोम के कोडबेस में दो तरह की गड़बड़ियां मिली हैं, जिनमें से एक Uninitialised Use और दूसरी Insufficient Data Validation in Dawn शामिल हैं। ये दोनों गड़बड़ियां खास तौर पर गूगल क्रोम के डेस्कटॉप यूजर्स के लिए हैं।
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