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सोचने भर से नियंत्रित होगा आपका मोबाइल 

दिमाग को पढ़ने वाली चिप और मशीन को लेकर चर्चाएं पिछले कई सालों से चल रहीं हंै। अब चीन ने एक ऐसी चिप तैयार की है, जो इंसान के सोचने भर से ही फोन को नियंत्रित करने में सक्षम होगी। इस अनोखी चिप की पहली...

सोचने भर से नियंत्रित होगा आपका मोबाइल 
लाइव हिन्दुस्तान नई दिल्ली Mon, 17 June 2019 01:31 PM
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दिमाग को पढ़ने वाली चिप और मशीन को लेकर चर्चाएं पिछले कई सालों से चल रहीं हंै। अब चीन ने एक ऐसी चिप तैयार की है, जो इंसान के सोचने भर से ही फोन को नियंत्रित करने में सक्षम होगी। इस अनोखी चिप की पहली झलक हाल ही में वहां संपन्न वर्ल्ड इंटेलिजेंस कांग्रेस में देखने को मिली। आइये जानते हैं इसके बारे में । 

स अनोखी चिप का नाम ‘ब्रेन टॉकर’ है। इस चिप को बनाने वाले शोधकर्ताओं का दावा है कि यह इंसानों के दिमाग में चल रही सोच को सिग्नल में परिवर्तित कर उसे डिवाइस तक भेजती है। शोधकर्ताओं का दावा है कि इस चिप की मदद से इंसान सिर्फ सोचने भर से ही अपने फोन या डिवाइस को नियंत्रित कर पाएंगे। 

ऐसे करती है काम 
वैज्ञानिकों के अनुसार यह आधुनिक चिप पहले दिमाग के अंदर सेरेब्रल कोर्टेक्स में पैदा होने वाले हर छोटे से छोटे इलेक्ट्रॉनिक आवेगों को पकड़ेगा, फिर इन्हें सिग्नल में बदलकर खास सिस्टम के पास भेजेगी जो कंप्यूटर/लैपटॉप/ स्मार्टफोन और अन्य    इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में हो सकते हैं। इन्हीं डिवाइस के अंदर डिकोड करने का सिस्टम होगा, डिकोड होने के बाद सिस्टम कमांड को आगे भेजेगा और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कमांड के आधार पर काम करने लगेंगे। इसी खूबी की बदौलत आने वाले दिनों में अपने फोन को निर्देश देने के लिए न तो उसको छूने की जरूरत होगी और न ही वॉयस के जरिए उसे नियंत्रित करना होगा।

दो संस्थानों ने मिलकर किया तैयार 
दिमाग से फोन नियंत्रित करने वाली इस चिप को चीन के दो शैक्षिक संस्थानों ने मिलकर तैयार किया है, तियानजिन यूनिवर्सिटी और चाइना इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन हैं। इन दोनों संस्थानों के वैज्ञानिकों का दावा है कि यह दिव्यांगों के लिए उपयोगी साबित होगा। इस ‘ब्रेन टॉकर’ चिप को इस्तेमाल करके मरीज सोचने भर से अपनी व्हीलचेयर को आगे-पीछे और एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जा सकेगा। इस चिप की सीमा सिर्फ फोन तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह कंप्यूटर व लैपटॉप को भी नियंत्रित करने की शक्ति के साथ आएगी। इस चिप को बनाने वाले वैज्ञानिकों का दावा है कि इससे न सिर्फ कंप्यूटर और स्मार्टफोन को नियंत्रित किया जा सकता है बल्कि वियरेबल डिवाइस समेत अन्य गैजेट भी इससे चलाए जा सकेंगे। इस तकनीक की मदद से चिकित्सा, शिक्षा, सुरक्षा और मनोरंजन के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आ सकता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि जैसा आप सोचेंगे यह चिप उसी के मुताबिक, प्रतिक्रिया करते हुए संबंधित डिवाइस को नियंत्रित कर आदेश देगी।

डाटा चोरी पर भी कसेगी नकेल 
कहा जा रहा है कि इस चिप को लगाते ही हमारे ब्रेन की हर गतिविधि, हर जानकारी, हर इच्छा और हर मर्जी को कंप्यूटर समझेगा। साथ ही इस चिप की मदद से कंप्यूटर से होने वाले डाटा चोरी पर भी नजर रख सकेंगे। वहीं, कोई अन्य थर्ड पार्टी एप उपयोगकर्ता की इजाजत के बगैर उसका एक्सेस नहीं कर पाएगा। 

स्वास्थ्य संबंधी सवाल भी   
कई अन्य शोधकर्ताओं ने इस चिप को लेकर सवाल उठाए हैं और उन्हें लगता है कि इस चिप से कहीं मस्तिष्क को किसी तरह का नुकसान या क्षति न उठानी पड़े। लेकिन इस चिप को बनाने वाले शोधकर्ताओं ने अभी शुरुआती परीक्षण में इसे सुरक्षित पाया है और शेष परीक्षण जल्द ही पूरे किए जाएंगे। 

महज सोचने पर ही हो जाएगा काम
केवल कंप्यूटर ही क्यों बल्कि कंप्यूटर आधारित कोई भी डिवाइस, बटन दबाए बगैर हमारी मर्जी से संचालित होने लगेंगे। जैसे कि उपयोगकर्ता ने अपने दिमाग में ताजमहल की कोई जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की तो चिप तुरंत सिग्नल देकर कंप्यूटर/लैपटॉप/ फोन पर उस जानकारी को सर्च करने की कमांड दे देगी और संबंधित परिणाम स्क्रीन पर आने लगेंगे। इसी तरह अगर किसी डॉक्टर को कॉल करना चाहते हैं तो चिप से जुड़ा स्मार्टफोन तुरंत आपके बोले बगैर दिमाग की बात समझ कर डॉक्टर को फोन घुमा देगा। मतलब आपके घर में कंप्यूटर आधारित जितनी डिवाइस होंगी, सब इस चिप के बाद आपकी इच्छाओं या ब्रेन के इशारों के जरिए आपकी बात समझने लगेंगी या ब्रेन के सिग्नल के जरिए आपके हुकुम का तामील करने लगेंगी। 

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