फोन और ई-कार के लिए आई नई बैटरी, बढ़ेगा बैटरी बैकअप
बैटरी से चलने वाले हर एक सामान के साथ समस्या यह होती है कि उसकी बैटरी को बार-बार चार्ज करना पड़ता है लेकिन शायद अब ऐसा नहीं होगा। दरअसल, शोधकर्ताओं ने एक नए टेक्नोलॉजी तैयार की है, जिसकी मदद से फोन...
बैटरी से चलने वाले हर एक सामान के साथ समस्या यह होती है कि उसकी बैटरी को बार-बार चार्ज करना पड़ता है लेकिन शायद अब ऐसा नहीं होगा। दरअसल, शोधकर्ताओं ने एक नए टेक्नोलॉजी तैयार की है, जिसकी मदद से फोन की बैटरी लगातार पांच दिन का बैटरी बैकअप दे सकती है। इस टेक्नोलॉजी की मदद से इलेक्ट्रिक कारों को बिना दोबारा चार्ज किए एक हजार किलोमीटर तक दौड़ाया जा सकता है।
नए बैटरी सॉल्यूशन में ट्रडिशनल लिथियम-आयन कॉम्बिनेशन की जगह नया कॉम्बिनेशन तैयार किया गया है। अब तक लिथियम-आयन बैटरी स्मार्टवॉच, स्मार्टफोन और पेसमेकर को पावर देने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इनकी जगह रिसर्चर्स ने अल्ट्रा-हाई कैपिसिटी पाने के लिए लिथियम-सल्फर कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया है और रिजल्ट चौंकाने वाले हैं।ॉ
ऑस्ट्रेलिया स्थित मोनाश यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि उनकी टीम सल्फर कैथोड्स के डिजाइन को रि-कन्फिगर करके सफलतापूर्वक मौजूदा बैटरी कॉम्बिनेशन की जगह इस्तेमाल कर पाई। इसकी मदद से बिना किसी परफॉर्मेंस या कैपिसिटी ड्रॉप के हाई स्ट्रेस लेवल रिसर्चर्स को बैटरी में मिल पाया।
शोधकर्ता टीम के सदस्य प्रोफेसर मैनक मजूमदार ने बताया कि उनकी टीम को ऑस्ट्रेलिया में सरकार और अंतरराष्ट्रीय इंडस्ट्री पार्टनर से 25 लाख डॉलर की फंडिंग मिली है। इस बैटरी टेक्नोलजी का ट्रायल इस साल कारों और ग्रिड्स में किया जा रहा है, जिससे ऑस्ट्रेलिया में इलेक्ट्रिक कार मार्केट को भी बड़ा फायदा मिल सकता है। शोधकर्ता टीम का नेतृत्व करने वाले डॉक्टर महदोख्त शाईबनी के मुताबिक, नया बैटरी सोल्यूशन अगले दो से चार साल में सभी तक उपलब्ध हो सकेगा।