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हिंदी न्यूज़ गैजेट्सNetflix के चक्कर में अकाउंट साफ, भरना था ₹499 का बिल, लुट गए ₹1.22 लाख

Netflix के चक्कर में अकाउंट साफ, भरना था ₹499 का बिल, लुट गए ₹1.22 लाख

Netflix के चक्कर में एक बिजनेसमैन को लाख रुपये से ज्यादा की चपत लग गई। सब्सक्रिप्शन रिन्यू करने के चक्कर में 74 वर्षीय बिजनेसमैन ने अपने बैंक अकाउंट से 1.22 लाख रुपये उस नोट पर खो दिए।

Netflix के चक्कर में अकाउंट साफ, भरना था ₹499 का बिल, लुट गए ₹1.22 लाख
Arpit Soniलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीFri, 02 Dec 2022 06:01 PM

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Netflix के चक्कर में एक बिजनेसमैन को लाख रुपये से ज्यादा की चपत लग गई। दरअसल, मुंबई के एक बिजनेसमैन को ईमेल के माध्यम से अपने बैंक अकाउंट की डिटेल शेयर करने के बाद कथित तौर पर एक लाख रुपये से अधिक की ठगी का शिकार हो गया। जुहू, मुंबई में एक 74 वर्षीय बिजनेसमैन ने अपने बैंक अकाउंट से 1.22 लाख रुपये उस नोट पर खो दिए, जिसमें उसे नेटफ्लिक्स सब्सक्रिप्शन रिन्यूअल के लिए भुगतान करने के लिए कहा गया था।

16 सितंबर को, बिजनेसमैन, जो प्लास्टिक प्रिटिंग मटेरियल का इम्पोर्ट करते हैं, को एक ईमेल प्राप्त हुआ, जिसके बारे में उनका मानना ​​​​था कि यह नेटफ्लिक्स से था। उन्हें अपने नेटफ्लिक्स सब्सक्रिप्शन प्लान के लिए 499 रुपये की रिन्यूअल राशि का भुगतान करने के लिए कहा गया था, जिसे होल्ड पर रखा गया था। पीड़ित का मानना ​​था कि यह एक वास्तविक ईमेल था क्योंकि यह रेगुलर ईमेल के समान था जो उसे नेटफ्लिक्स से प्राप्त होता था।

इसके बाद बिजनेसमैन किसी काम के लिए दो महीने के लिए दूसरे शहर चला गया, जिसके बाद उसने मुंबई पुलिस को घटना की सूचना दी। घटना के लिए एफआईआर 29 नवंबर को दर्ज की गई थी।

कैसे ठगा गया मुंबई का बिजनेसमैन?
मुंबई पुलिस ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जालसाजों ने एक ईमेल में नेटफ्लिक्स सब्सक्रिप्शन रिन्यूअल पेमेंट के लिए एक लिंक भेजा था जो एक फिशिंग लिंक था। कारोबारी ने बिना सुनिश्चित हुए उस पर क्लिक कर दिया और अपने क्रेडिट कार्ड की जानकारी भर दी। उनके फोन पर 1.22 लाख रुपये का वन टाइम पासवर्ड (OTP) जनरेट हुआ, जिसे उन्होंने बिना क्रॉस चेक किए ही शेयर कर दिया।

पीड़ित को एहसास हुआ कि उसने क्या किया है, उसके बैंक से एक स्वचालित कॉल आने के बाद ही कि उसके अकाउंट से 1.22 लाख रुपये काट लिए गए हैं और भुगतान नहीं करने पर 8 दबाएं।

धोखाधड़ी वाले ईमेल ने 499 रुपये का भुगतान करने के लिए एक लिंक भी प्रदान किया। दो बार सोचे बिना, बुजुर्ग ने लिंक पर क्लिक किया और अपने सभी क्रेडिट कार्ड डिटेल भर दिए। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, 1.22 लाख रुपये के भुगतान के लिए उनके मोबाइल फोन पर एक वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) जनरेट हुआ था।

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साइबर क्राइम से ऐसे रहे सेफ

यह कोई नई बात नहीं है कि हमारे आसपास साइबर क्राइम की घटनाएं दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं, इसलिए ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जागरूक होना और सावधानी बरतना आवश्यक हो जाता है। एक महीने पहले, हरियाणा पुलिस ने एक कैंपेन शुरू किया, जिसमें उसने लगभग 28,000 ऐसे फोन नंबरों की पहचान की, जिनका इस्तेमाल इस तरह के अपराध करने के लिए किया जा रहा था। इसके बाद, विभाग ने इन नंबरों को भारत में ब्लॉक कर दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी इन जालसाजों के बहकावे में न आए।

ऐसे स्पैमर्स और जालसाजों से सुरक्षित रहने के लिए आप नीचे दिए गए कुछ काम कर सकते हैं।

* मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें, जो संभवतः नंबर्स, डिजिट और सिंबर का मिक्स हो।

* फ़िशिंग लिंक या किसी अन्य लिंक की रिपोर्ट करें जो आपको संदिग्ध लगे।

* टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन सेट करें।

* कॉल या टेक्स्ट पर किसी भी अनजान अजनबी के साथ कभी भी ओटीपी या कोई गोपनीय पिन शेयर न करें।

जब भी आपको कोई संदेहास्पद कॉल प्राप्त हो जो आपसे आपके कार्ड को अपडेट करने के लिए ओटीपी पूछे, उस नंबर की रिपोर्ट पुलिस या साइबर क्राइम विभाग को करना सुनिश्चित करें।