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X यूजर अलर्ट, AI बॉट्स लोगों की सेल्फी चुराकर बना रहे फेक अकाउंट; रिपोर्ट में खुलासा

अगर आप भी X (पहले Twitter) का यूज करते हैं तो सावधान हो जाइए! प्लेटफॉर्म पर कई ऐसे बॉट मिले हैं, जो लोगों की सेल्फी चुराकर फर्जी अकाउंट बना रहे हैं। एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है।

X यूजर अलर्ट, AI बॉट्स लोगों की सेल्फी चुराकर बना रहे फेक अकाउंट; रिपोर्ट में खुलासा
Arpit Soniलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीSat, 26 Aug 2023 02:43 PM
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अगर आप भी X (पहले Twitter) का यूज करते हैं तो सावधान हो जाइए! प्लेटफॉर्म पर कई ऐसे बॉट मिले हैं, जो लोगों की सेल्फी चुराकर फर्जी अकाउंट बना रहे हैं। इंडियाना यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपनी नई स्टडी में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की इस समस्या पर प्रकाश डाला है। स्टडी में एक्स पर लगभग 1,140 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पावर्ड अकाउंट्स की खोज की गई, जिसे उन्होंने "फॉक्स8" बॉटनेट नाम दिया। ये अकाउंट नकली कंटेंट बनाने और नकली प्रोफाइल बनाने के लिए तस्वीरें चुराने के लिए चैटजीपीटी जैसी तकनीक का उपयोग करते हैं।

नकली क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए बरगलाते हैं बॉट
न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि इन बॉट अकाउंट्स का उद्देश्य लोगों को नकली क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए बरगलाना है। उन्हें यह भी संदेह है कि बॉट्स ने रियल क्रिप्टो वॉलेट से चोरी भी की होगी। ये अकाउंट अक्सर #bitcoin और #crypto जैसे हैशटैग का उपयोग करते हैं और लोगों द्वारा चलाए जा रहे अकाउंट्स के साथ बातचीत करते हैं जो क्रिप्टो न्यूज पर फोकस करते हैं।

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गलत सूचना फैलाकर लोगों को गुमराह करते हैं
नकली क्रिप्टोकरेंसी को बढ़ावा देने के अलावा, फॉक्स8 बॉटनेट अकाउंट इलेक्शन और पब्लिक हेल्थ इश्यू समेत कई विषयों पर गलत सूचना भी फैलाते हैं। बॉट्स ने प्लेटफॉर्म पर अनेक AI-जनरेटेड पोस्ट भर दिए हैं। ऐसा करने से, उनके धोखाधड़ी वाले पोस्ट रियल यूजर्स द्वारा देखे जाने की संभावना बढ़ जाती है और किसी के द्वारा हानिकारक लिंक पर क्लिक करने की संभावना बढ़ जाती है।

असली दिखने के लिए करते हैं ये काम
असली दिखने के लिए, ये बॉट न केवल चुराई गई तस्वीरों का उपयोग करते हैं बल्कि एक-दूसरे के साथ बातचीत भी करते हैं और उनके एक निश्चित संख्या में फॉलोअर्स और फ्रेंड्स होते हैं। स्टडी में कहा गया है कि चैटजीपीटी जैसे लैंग्वेज मॉडल में प्रोग्रेस होने के कारण इन अकाउंट्स की विश्वसनीयता में सुधार हुआ है।

हालांकि शोधकर्ताओं ने इसमें शामिल किसी स्पेसिफिक अकाउंट्स का खुलासा नहीं किया, लेकिन उन्होंने खुलासा करने वाले ट्वीट्स के माध्यम से गलती से उनमें से कुछ की खोज कर ली। स्टडी से पता चलता है कि कुछ वाक्यांशों का उपयोग करने वाले अकाउंट्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा एआई मॉडल की मदद से कंटेंट तैयार करने वाले बॉट थे।

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शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि यह समस्या सिर्फ शुरुआत हो सकती है, क्योंकि ज्यादा मलिशियस बॉट का पता नहीं चल सकता है। उन्होंने इस समस्या का मुकाबला करने के लिए बेहतर उपायों और रेगुलेशन होने की अपील की है, क्योंकि मौजूदा तरीके एआई-जनरेटेड कंटेंट की पहचान मुश्किल से करते हैं।

एक्स ने हटाए 1140 बॉट अकाउंट
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्टडी पब्लिश होने के बाद, एक्स ने कथित तौर पर 1,140 बॉट अकाउंट हटा दिए। हालांकि, शोधकर्ताओं ने यह भी खुलासा किया कि एक्स उनके निष्कर्षों के प्रति बहुत प्रतिक्रियाशील नहीं रहा है। 

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