
सवा लाख रुपये वाले नए iPhone का उड़ रहा मजाक, लोगों ने कहा- 'पगला है ऐपल'
संक्षेप: सबसे पतले डिजाइन वाले iPhone के तौर पर लॉन्च हुए iPhone Air में एक्सटर्नल बैटरी लगानी होगी, जिसे लेकर यूजर्स मजाक बना रहे हैं। दरअसल, ऐपल ने पतला मैगसेफ पावरबैंक बैटरी सॉल्यूशन के तौर पर पेश किया है।
सम्बंधित सुझाव
और मोबाइल देखें
टेक ब्रैंड ऐपल ने iPhone 17 सीरीज के साथ इस साल अब तक का सबसे पतला आईफोन लॉन्च किया है और इसे iPhone Air नाम से मार्केट का हिस्सा बनाया गया है। यह फोन खूब चर्चा में है और परफॉर्मेंस के मामले में इससे iPhone 17 Pro मॉडल्स जैसा ही आउटपुट मिलेगा। हालांकि, इसके हार्डवेयर डिजाइन को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
सम्बंधित सुझाव
और मोबाइल देखें
iPhone Air की मोटाई महज 5.6mm है और यह कंपनी का अब तक का सबसे पतला आईफोन है। कंपनी ने डिवाइस को टाइटेनियम बॉडी के साथ पेश किया है और इस फोन को बनाने के लिए ऐपल ने 80 प्रतिशत रीसाइकल्ड टाइटेनियम यूज किया है। कंपनी का दावा है कि यह डिवाइस बेहद मजबूत है और पावरफुल प्रोसेसर के चलते इसकी बैटरी एफिशिएंसी भी बेहतरीन होगी। हालांकि, सभी यूजर्स इस फोन से प्रभावित नहीं हुए हैं।
फोन की बैटरी को लेकर उठे सवाल
किसी भी पतले स्मार्टफोन के साथ कई चुनौतियां भी आती हैं। इनकी लिस्ट में डिवाइस की बैटरी लाइफ कमजोर होना और हीटिंग जैसी दिक्कतें शामिल हैं। ऐसा इसलिए कि फोन की बॉडी में कम जगह होने के चलते बड़ी बैटरी उसका हिस्सा नहीं बन सकती और वेपर चैंबर कूलिंग जैसा सिस्टम भी फोन का हिस्सा नहीं बन पाता। डिवाइस में सबसे पावरफुल प्रोसेसर और 6.5 इंच का बड़ा डिस्प्ले दिया गया है, ऐसे में बैटरी जल्दी खत्म होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
ऐपल के सॉल्यूशन पर उड़ रहा मजाक
आईफोन मेकर खुद भी जानता है कि ऐसे दौर में जब ढेरों डिवाइसेज 7000mAh और इससे भी ज्यादा बैटरी के साथ आते हैं, iPhone Air की बैटरी कमजोर पड़ने वाली है। सॉल्यूशन के तौर पर कंपनी एक पतला मैग्नेटिक पावरबैंक लाई है, जिसे फोन के पीछे अटैच किया जा सकेगा। यानी पहले पतला फोन खरीदो और फिर अच्छी बैटरी लाइफ के लिए उसके पीछे एक एक्सटर्नल पावरबैंक या बैटरी चिपकाओ।
सोशल मीडिया पर यूजर्स इस बात को लेकर अलग-अलग तरह से रिऐक्ट कर रहे हैं। यूजर्स ने कहा कि ऐपल ने खुद एक प्रॉब्लम क्रिएट की है और खुद ही उसका सॉल्यूशन ऑफर कर रहा है। एक अन्य यूजर ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि अगर पतले डिजाइन वाले फोन पर बैटरी अलग से चिपकाकर उसे मोटा बनाना ही है, तो लाखों रुपये खर्च कर पतला फोन क्यों खरीदना है। एक अन्य पोस्ट में यूजर ने लिखा, ‘ऐपल पगला है। पतले के चक्कर में कोई कमजोर बैटरी वाला फोन नहीं खरीदना चाहता।’
iPhone Air में बेशक iPhone 17 Pro मॉडल्स वाला प्रोसेसर और स्टैंडर्ड iPhone 17 से बड़ा डिस्प्ले दिया गया है। हालांकि, इसका कैमरा उनके जितना पावरफुल नहीं है और इसमें सिंगल कैमरा सेंसर मिलता है। ऐसे में 119,000 रुपये कीमत वाले फोन के साथ अच्छी बैटरी के लिए अलग से खर्च करना होगा, जो बात यूजर्स को पसंद नहीं आ रही।

लेखक के बारे में
Pranesh Tiwariलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।






Space Black

