Hindi Newsगैजेट्स न्यूज़hp inc and dixon subsidiary padget signed mou to manufacture hp laptops and pc in india

अब देसी कंपनी बनाएगी HP के लैपटॉप और कम्प्यूटर, जनवरी से शुरू होगा प्रोडक्शन, 1500 लोगों को मिलेगा रोजगार

एचपी इंक और भारतीय कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजीज की सब्सिडियरी पैडगेट इलेक्ट्रॉनिक्स ने तमिलनाडु में एचपी लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर और ऑल-इन-वन सिस्टम की मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक एमओयू साइन किया है।

Arpit Soni लाइव हिन्दुस्तानMon, 9 Sep 2024 03:23 PM
share Share

भारत की आत्मनिर्भरता पहल को बढ़ावा देने के लिए, एचपी इंक और भारतीय कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजीज की सब्सिडियरी पैडगेट इलेक्ट्रॉनिक्स ने तमिलनाडु में एचपी लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर और ऑल-इन-वन सिस्टम की मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक एमओयू साइन किया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम की सफलता के बारे में बताते हुए यह घोषणा की।

ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, वैष्णव ने कहा "मुझे आपके साथ यह शेयर करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि एचपी इंक और पैडगेट इलेक्ट्रॉनिक्स ने आज तमिलनाडु की एक फैक्ट्री में एचपी लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर और ऑल-इन-वन सिस्टम की मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक एमओयू साइन किया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत पीएलआई स्कीम के लिए यह एक बड़ी सफलता है।"

मंत्री ने आगे कहा “पिछले 10 सालों में, भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग 10 लाख करोड़ रुपये (2014 में 2.4 लाख करोड़ रुपये से) को पार कर गया है, जिससे 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। आईटी हार्डवेयर स्कीम के लिए पीएलआई के कारण, भारत प्रमुख आईटी हार्डवेयर कंपनियों के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभरा है।”

जनवरी से शुरू होगा प्रोडक्शन, 1500 लोगों को मिलेगा रोजगार

वैष्णव के अनुसार, फैक्ट्री शुरू में लगभग 1,500 लोगों को रोजगार देगी लेकिन जैसे-जैसे प्रोडक्शन बढ़ेगा, रोजगार की भी बढ़ने की संभावना है। मंत्री ने यह भी बताया कि तमिलनाडु प्लांट में बना पहला एचपी लैपटॉप फरवरी 2025 तक शिप किए जाने की उम्मीद है। घरेलू डिक्सन टेक्नोलॉजीज की सब्सिडियरी कंपनी पैडगेट इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ समझौते के तहत एचपी डिवाइसेस का प्रोडक्शन अगले साल जनवरी से शुरू होने वाला है, और प्रोडक्शन शुरू होने के बाद अगले दो वर्षों में 20 लाख यूनिट प्रति वर्ष तक पहुंचने का अनुमान है।

देश में बढ़ते इलेक्ट्रॉनिक्स इकोसिस्टम के बीच वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड इंडिया-बेस्ड मैन्युफैक्चरर्स के साथ साझेदारी कर रहे हैं। इंडस्ट्री एक्सपर्ट के अनुसार, भारत में आईटी हार्डवेयर क्षेत्र अभी भी शुरुआती चरण में है और एक महत्वपूर्ण कारण डेल, एचपी, एएसयूएस, लेनोवो और एसर जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियों को देश को अपना मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के लिए सुरक्षित महसूस कराना होगा।

आईटी हार्डवेयर स्कीम के लिए संशोधित पीएलआई 2.0, 17,000 करोड़ रुपये के बढ़े हुए बजटीय परिव्यय और छह साल तक विस्तारित कार्यकाल के साथ, 3,35,000 करोड़ रुपये का वृद्धिशील प्रोडक्शन जनरेट करने की उम्मीद है। इस स्कीम का लक्ष्य 75,000 डायरेक्ट जॉब्स और 2,00,000 से अधिक इन-डायरेक्ट जॉब्स पैदा करना है, जिससे क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

 

(कवर फोटो क्रेडिट-pcmag)

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें