
TMKOC के इस एक्टर को मिला था धर्मेंद्र का रोल, शोले के सांभा ने लगाई थी डायरेक्टर से सिफारिश
संक्षेप: टीवी सीरियल 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के एक्टर्स कई फिल्मों और टीवी शोज का हिस्सा रह चुके हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि शो के एक एक्टर को मूवी में धर्मेंद्र के बचपन का किरदार ऑफर किया गया था।
टीवी सीरियल 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के मंदार चंदवादकर को आज उनके करोड़ों फैंस आत्माराम तुकाराम भिड़े के नाम से जानते हैं। मंदार TMKOC में करीब 17 सालों से यह किरदार निभा रहे हैं, लेकिन मनोरंजन जगत में वह उससे भी काफी पहले से सक्रिय हैं। मंदार ने इस टीवी सीरियल के अलावा तमाम ऐड फिल्मों और अन्य डेली सोप में भी काम किया है। लेकिन क्या आप उनकी पहली स्टेज परफॉर्मेंस के बारे में जानते हैं? क्या आपको पता है कि मंदार को एक वक्त पर धर्मेंद्र का किरदार भी ऑफर किया जा चुका है। लेकिन इससे पहले कि आप अपने दिमाग के घोड़े दौड़ाएं, जान लीजिए पूरा किस्सा।

पहली बार कब किया स्टेज पर परफॉर्म?
मंदार को 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में गोकुलधाम सोसायटी के सेक्रेटरी और एक टीचर का किरदार निभाते हैं। उनका TMKOC के साथ यह सफर साल 2008 में शुरू हुआ था और वह सबसे लंबे वक्त तक एक टीचर का किरदार निभाने वाले एक्टर बन चुके हैं। मंदार ने टेलीटॉक इंडिया के साथ बातचीत में बताया कि उन्हें एक्टिंग का कीड़ा तो बचपन में ही काट गया था। एक्टर ने बताया कि वह दूसरी क्लास में थे जब गणेश चतुर्थी के दिन मुंबई के बोरीवली में लगे एक पंडाल में उन्होंने पहली बार स्टेज पर परफॉर्म किया था।
ऑफर हुआ था धर्मेंद्र के बचपन का रोल
शोले मूवी में सांभा का किरदार निभा चुके एक्टर मैकमोहन ने जब उनकी परफॉर्मेंस देखी तो उन्हें मूवी में लेने का सुझाव एक फिल्ममेकर को दिया। मंदार ने बताया कि उन्हें एक फिल्म में धर्मेंद्र का रोल दिया गया था। उन्हें इस फिल्म में धर्मेंद्र के बचपन का किरदार ऑफर किया गया था। लेकिन क्योंकि 80 के दशक में एक्टिंग को एक प्रोफेशन के तौर पर नहीं देखा जाता था, इसलिए वो यह किरदार नहीं कर पाए। हालांकि उनके भीतर एक्टिंग करने का जुनून जिंदा रहा और वक्त के साथ उन्होंने अपने पैशन को ही अपने प्रोफेशन का रूप दे दिया।
पार्ट टाइम के तौर पर शुरू की थी एक्टिंग
एक्टिंग को करियर के तौर पर चुने जाने पर परिवार का रिएक्शन कैसा था? यह पूछे जाने पर मंदार ने बताया कि उन्हें अपना सपना पूरा करने की पूरी आजादी थी जब तक वह एक स्टेबल जॉब करते रहते। मंदार ने बताया कि लक्ष्मीकांत बेरदे, अशोक सर्राफ और प्रशांत दामले जैसे बहुत सारे नाम हैं, जिन्होंने एक फुल टाइम जॉब करते हुए थिएटर किया था, क्योंकि उन दिनों थिएटर को एक पार्ट टाइम एक्टिविटी माना जाता था।

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Puneet Parasharलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




