YRKKH 24 Sep : अभीर की जान बचाने के लिए गुंडे से भिड़ी अक्षरा, क्या बच पाएगी उसकी जान
ये रिश्ता क्या कहलाता है में अब तक आपने देखा कि अभीर और अक्षरा, अस्पताल जाते हैं। लेकिन वहां अपने बेटे की हालत खराब देखकर गुंडा गुस्से में आ जाता है और वह अब सबको खासकर अभीर को मारना चाहता है।

एपिसोड की शुरुआत होती है अस्पताल से जहां गुंडा, अभीर को पकड़ लेता है। अक्षरा उसकी आंखों पर पेपर स्प्रे डालती है और इसके बाद सभी वहां से भाग जाते हैं। हालांकि अब उस गुंडे ने अस्पताल के मेन दरवाजे पर ताला लगा दिया है और वह सबको मारना चाहता है। बड़े पापा, अक्षरा को बचाने की कोशिश करते हैं, लेकिन अक्षरा अभीर को देखने के लिए भागती है। वहीं अभीर, आरोही के हाथ से छूट जाता है और गुंडा उसे देख लेता है। वहीं अभिमन्यु एक तरफ ट्रैफिक में फंस जाताा है तो एक बाबा उसको वापस घर जाने को कहता है।
सब पहुंचे अस्पताल
वहीं मंजिरी, बड़ी मां और बाकी परिवार के लोग अस्पताल पहुंच जाते हैं। मंजिरी पुलिस से कहती हैं कि वह अस्पताल को अच्छे से जानती है तो वह अंदर जाकर उनकी मदद कर सकती है लेकिन पुलिस उन्हें बाहर रोकने को कहता है। एक तरफ गुंडा, अभीर तक पहुंच जाता है तो अक्षरा उस गुंडे को मारती है और अभीर को वहां से जाने को कहती है। अब एक बार फिर अभीर और अक्षरा अलग हो जाते हैं।
अक्षरा ने बचाई ताई जी की जान
अक्षरा को अभीर मिल जाता है और वह उसे लेने जाती है कि तभी वो गुंडा अभीर को पकड़ लेता है। इसके बाद ताई जी आकर अभीर को लेकर जाती है, लेकिन गुंडा उनके पीछे भागता है और ताई जी को गोली मारने वाला ही होता है कि अक्षरा स्ट्रेचर से उसे मारती है। अक्षरा, ताई जी को पीछे का दरवाजा खोलकर पुलिस की मदद लेने को कहती है। लेकिन आखिर में फिर गुंडा अभीर को पकड़ लेता है।
अक्षरा निडर होकर आएगी बचाने
अक्षरा फिर गुंडे के सामने पहुंच जाती है। गुंडा कहता है कि मुझे नही पता था कि तुझमें इतनी ताकत है तो इस पर अक्षरा कहती हैं कि उसने अपनी मां को पुकारा तो वो तो आएगी ही अपनी मां को बचाने। वो गुंडा फिर अपना निशाना अभीर को छोड़कर अक्षरा को बनाता है। इसी बीच अभीर को अस्पताल के बारे में पता चलता है। उसे रोहन का मैसेज आता है कि अस्पताल में मुसीबत आ गई है और अक्षरा-अभीर के साथ कई लोग भी फंसे हैं।
