Teri Meri Doriyaann 6 June: साहिबा की दुकान खरीदने के लिए अंगद ने चली चाल, सीरत के बदले तेवर
तेरी मेरी डोरियां के एपिसोड में देखेंगे कि साहिबा अपनी दुकान पर परेशान बैठी है। तभी एक शख्स उसकी दुकान पर पहुंचता है लेकिन साहिबा को नहीं पता कि वह अंगद का आदमी है। वह साहिबा को एक डील देता है।
'तेरी मेरी डोरियां' के 6 जून के एपिसोड में जसलीन परिवार वालों के सामने कहती है कि उसे साहिब की तुलना में बहुत अच्छी बहू मिली है। साहिबा में अकड़ है और वह समझने की कोशिश नहीं करती जबकि सीरत ऐसी नही है। जब अंगद ऑफिस जाने वाला होता है तो सीरत उससे कहती है कि अब उसे साहिबा के लिए टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। वह साहिबा को समझा देगी। सीरत कहती है कि वह उसके और गैरी के लिए खाना लेकरऑफिस आएगी। उसे देखकर घरवाले फिर से उसकी तारीफ करते हैं कि उसने बहुत जल्दी अपनी जिम्मेदारियां ले ली हैं।
साहिबा के सामने दी गई डील
साहिबा अपनी दुकान पर बैठी है और वह काम करने को लेकर पिता से बात करती है। वह केवल बहू बनकर नहीं रहना चाहती। वह काम के जरिए अपने सपने को पूरा करना चाहती है। तभी एक शख्स उसकी दुकान में आता हैवह उसकी दुकान खरीदना चाहता है। यह सुनकर साहिबा गुस्से से भर जाती है। वह शख्स उसकी दुकान खरीदने के बदले वह उसे 25 लाख रुपये देगा। दरअसल वह अंगद के कहने पर वह आया हुआ है। वह उससे पैसे डबल करने के लिए कहता है।
अंगद के केबिन में पहुंची सीरत
सीरत, गैरी के लिए खाना लेकरऑफिस पहुंचती है। गैरी उसे समझा देता है कि उसकी प्राइवेट चीजें घर के बाहर नहीं आनी चाहिए। सीरत को यह अच्छा नहीं लगता लेकिन वह कुछ कह नहीं पाती। शादी के बाद भी उसे नहीं लगता कि उसका कमरा उसका है। गैरी समझाता है कि उसे अच्छी बहू बनकर रहना है। गैरी को खाना देने के बाद सीरत उधर से गुजरती है तो देखती है कि अंगद ने खाना नहीं खाया। तब सीरत उसके केबिन में खाना लेकर पहुंचती है। अंगद मना करता है लेकिन वह जिद पर अड़ी रहती है।
अंगद और सीरत के बीच बढ़ती नजदीकियां
अंगद उससे गैरी के बारे में पूछता है कि वह उसके साथ अच्छे से पेश आ रहा है ना। तब सीरत हां में जवाब देती है। सीरत उसके बाद भी उसे वादा लेती है कि वह उसका ख्याल रखेगा ना। अंगद उससे टिफिन लाने के लिए मना करता है लेकिन सीरत बताती है कि साहिबा भी तो उसके लिए ऐसे ही लेकर आती तो क्या वह ऑकवर्ड महसूस करता। अंगद और सीरत केबिन में बात कर रहे होते हैं तभी उधर से गैरी गुजरता है और वह उन दोनों को देखता है कि दोनों बात कर रहे हैं।
सीरत ने याद दिलाई पहली मुलाकात
उधर साहिबा भले ही राजी ना हो लेकिन उसके पिता दुकान को बेचने की डील पर सोचने लगते हैं। उसे अफसोस होता है कि वह उसे आर्ट स्कूल में दाखिला नहीं दिला पाया। अब वह उसका कर्जदार नहीं होना चाहता। आगे देखेंगे कि अंगद क्लाइंट से मिलने जाता है तो वह सीरत से कहता है कि वह उसे घर तक छोड़ देगा। सीरत उसे पहली मुलाकात की याद दिलाती है और मन ही मन मुस्कुराती है। वह उसके लिए चॉकलेट्स लेकर आया था।
साहिबा की दुकान पर फिर से वह शख्स पहुंचता है और वह ज्यादा पैसे देने की डील रखता है। साहिबा उस पर भड़कती है कि उसे दुकान नहीं बेचनी है।