फोटो गैलरी

Hindi News Entertainment TvRamayana fame Dipika Chikhlia gets emotional after receiving respect and love from fans

मिथिला में मिला इतना प्यार रोने लगीं 'रामायण' फेम दीपिका चिखलिया, कहा- उन्हें लगता है मैं सीता हूं

'रामायण' में सीता का किरदार कर चुकीं दीपिका चिखलिया मिथिला पहुंची थीं। जहां लोगों ने उन्हें इतना प्यार दिया कि वह अभिभूत हो गईं। आंखों में आंसू लिए दीपिका ने बताया कि उन्हें बेटी की तरह विदाई दी गई।

मिथिला में मिला इतना प्यार रोने लगीं 'रामायण' फेम दीपिका चिखलिया, कहा- उन्हें लगता है मैं सीता हूं
Shrilataलाइव हिंदुस्तान,मुंबईSat, 03 Jun 2023 01:46 PM
ऐप पर पढ़ें

दूरदर्शन पर प्रसारित सीरियल 'रामायण' को आज भी लोग उतना ही पसंद करते हैं। कोरोना काल में जब इसका फिर से प्रसारण किया गया तो लोगों ने तब भी इसे जमकर देखा। सीरियल के हर एक कलाकार ने अपने अभिनय से उस किरदार को जीवंत सा कर दिया। तभी तो ये कलाकार आज भी जहां जाते हैं उन्हें उतना ही प्यार और सम्मान मिलता है। इन कलाकारों को देखकर लोग अपनापन सा महसूस करते हैं। ऐसा ही एक बार फिर से दिखा जब सीता का किरदार करने वालीं दीपिका चिखलिया मिथिला पहुंचीं।

रामायण के दौर की यादें हुईं ताजा
दीपिका सीता की जन्मस्थली मिथिला से लौट रही थीं। उन्हें विदाई देने गांव वाले पहुंच गए। दीपिका गाड़ी में बैठी हैं और उनकी एक प्रशंसक पारंपरिक रस्में निभा रही हैं। गांववालों का इस कदर प्यार देखकर दीपिका खुद को संभाल नहीं पाईं और रोने लगीं। आंखों में आंसू लिए वह विदा लेती हैं। दीपिका ने कैप्शन में लिखा, 'मिथिला में... सीताजी की विदाई... उन्होंने वह सब किया जिससे मुझे यह महसूस हो कि मैं उनकी बेटी हूं। रामायण के दौर में खो गई।'

विदाई की रस्में निभाईं
एक अन्य वीडियो में दीपिका कहती हैं, 'क्या बोलूं, इतना प्यार दिया यहां पर कि मेरी आंख भर आई है। मुझे नहीं पता क्या कहूं।' दीपिका ने बताया कि उन्हें आखिर में पीने के लिए पानी दिया क्योंकि कहते हैं कि घर से बेटी को सूखा गला नहीं भेजते। वहां लोग मानते हैं कि वह सीता हैं।

 

लोगों ने की तारीफ
दीपिका के वीडियो पर एक यूजर ने कमेंट किया, 'यह भारतीय संस्कृति है। भारत के लोग दीपिका जी को बस टीवी में नहीं असल जिंदगी में सीता मैय्या मानते हैं।' एक अन्य ने कमेंट किया, 'जिसने माता सीता के सुंदर अद्भुत रूप को जीवंत साकार कर पर्दे पर उतार दिया वही तो इस प्रेम की सच्ची अधिकारी हैं।' एक ने कहा, 'आपकी बात सुनकर अच्छा भी लगा और भावुक हम भी हो गए। हो भी क्यों न आपको ही माता सीता जी के रूप में बचपन से देखा है।' 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें