Anupamaa Upcoming: अनुज को वनराज बताएगा 'धोखेबाज और भगोड़ा', माया की लगाएगा फटकार, अनुपमा को फिर मिलेगी दोस्ती
29 May Anupamaa Written Update:अनुपमा में आज रात को खूब ड्रामा होगा। एक ओर जहां आखिरकार अनुज और अनुपमा (Anupama) बतौर दोस्त आगे बढ़ेंगे तो दूसरी ओर शाह परिवार में माया ड्रामा करेगी।

Anupamaa Written Update 29 May: अभिनेत्री रुपाली गांगुली स्टारर स्टार प्लस का शो अनुपमा इस वक्त बेहद दिलचस्प मोड़ पर है। अनुज ने अपने दिल की बात और वो बड़ा राज खोल दिया है, जिसके चलते वो अनुपमा से दूर था। हालांकि पूरी बात सुनने के बाद अनुपमा ने भी अपना फैसला अनुज को सुना दिया है। वहीं अब इस शो में आज रात क्या कुछ होगा, वो हम आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं।
अनुज-अनुपमा के रास्ते अलग
आज रात के एपिसोड की शुरुआत में आपको देखने को मिलेगा कि अनुपमा से अपनी पूरी बात कहने के बाद अनुपमा अपनी बात कही और कहा कि वक्त ने जो रास्ता खोला है, अब उसे उस पर ही चलना होगा। इसके बाद दोनों अलग अलग रास्ते चल पड़ते हैं। इस दौरान दोनों के दिल टूटे होते हैं और मन भारी होता है। ऐसे में दोनों की पुरानी यादों को याद करते हैं, जहां दोनों की मुलाकातें, बातें और ढेर सारा प्यार था। अनुज खुद से कहेगा- '26 सालों के बाद जो प्यार मिला था, उसे मैं 26 महीने भी संभाल नहीं पाया।'
वनराज कहेगा बेटे से दिल की बात
वही दूसरी ओर शाह परिवार में दिखेगा कि वनराज अपने दिल की बात अपने बेटे से कहेगा। वनराज कहेगा, 'अब जब तेरी मम्मी जाने वाली है, तो मैं चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा वक्त उसके साथ बिताऊं। जब वो मेरा इंतजार करती थी, तो जानती थी कि मैं लौट आऊंगा, लेकिन मैं जानता हूं कि वो नहीं लौट आएगी।' इस दौरान वनराज को अनुपमा के पुराने वक्त की याद आती है, जब उसके अमेरिका जाने पर सेल्फिश हो गया था।
शाह परिवार जाएगी माया
इन सभी के हटकर बरखा और माया के बीच में बहस होगी और अनुज-अनुपमा की कैमिस्ट्री पर बात होगी। गुस्से में माया, बरखा के साथ शाह हाउस पहुंच जाएगी और खूब चिल्ला चोट मचाएगी। इस दौरान लीला, माया की खूब बेइज्जती करेगी। माया कहेगी- 'मेरी जान जा रही है और आपको मजाक सूझ रहा है'। इस पर तपाक से लीला कहेगी- 'जान देनी है तो बाहर जाकर दे, यहां नहीं।' पूरा परिवार माया की खूब बेइज्जती करेगा।
वनराज लगेगा माया को फटकार
माया की चिल्ला चोट सुनकर वनराज को गुस्सा आ जाएगा और कहेगा, 'न ही अनुपमा को तुम्हारे अनुज से कुछ लेना देना है और न ही हमें। वैसे भी तुम इस अनुज के पीछे पागल हो अनुपमा नहीं। जिस दिन अनुज ने तुम्हारे साथ रहने का फैसला किया था, उस ही दिन अनुपमा ने अनुज के बिना रहने का फैसला कर लिया था। तुम्हारा अनुज ही है, जो पीछे पीछे भाग रहा है। अनुज जैसा आदमी यानी एक नंबर का धोखेबाज और भगोड़ा।'
अनुपमा को दोस्त बनाएगा अनुज
वहीं अनुपमा को घर के लिए ऑटो नहीं मिलता है तो अनुज कार से आ जाता है और कोशिश करता है कि अनु को साथ लेकर घर छोड़ दे। एक बार फिर दोनों के बीच दिल को छूने वाली बातें होंगी। अनुपमा कहेगी, 'आपको मन में लेकर जा रही हूं, मन और मंदिर में मूर्ति एक ही बार बैठाई जाती है। मन से अनुज के लिए प्रेम कभी नहीं मिटेगा।' खूब बातों के बात आखिरकार अनुज, अनुपमा को बतौर दोस्त साथ चलने को कहेगा। इसके बाद अनुपमा कार में बैठ जाएगी।