Anupamaa 23 Sep: फूट-फूटकर रोएगा अनुज, छोटी अनु देगी सहारा, मालती देवी बताएगी कि क्यों बेटे को छोड़ा
अनुपमा में आज का एपिसोड काफी इमोशनल होने वाला है। आज अनुज अपना दुख-दर्द और भड़ास निकालेगा, जो एक अनाथ के तौर पर उसने सहा है। हालांकि इस दौरान वो मालती देवी के सपनों को सही कहेगा लेकिन फैसलों को गलत।

Anupamaa Written Update 23 September: आज के एपिसोड की शुरुआत होगी और अनुज कहेगा- 'अब इस बारे में कोई बात नहीं होगी।' हालांकि इसके बाद अनुपमा कहेगी, 'आप अपनी जगह एक दम ठीक हैं लेकिन एक बार गुरु मां को अपनी बात रखने का हक है। एक बार उनकी भी सुन लीजिए। जब बेटा तड़पता है तो मां भी तड़पती है। एक बार उनकी बात सुन लीजिए।' ऐसे में अनुपमा की वजह से अनुज, मालती देवी से वजह पूछेगा कि आखिर क्यों उसे पैदा करने के बाद अनाथ आश्रम छोड़ दिया। जानें शो में आगे क्या हुआ...
मेरी कोई मजबूरी नहीं थी...
अनुज के सवाल पर मालती देवी हाथ जोड़कर कहेगी- 'मेरी कोई मजबूरी नहीं थी, मेरा अंहकार था, सपने थे, कुछ कर दिखाने का जुनून था.. पागलपन था...। मेरे पास भी कहानी लाखों- करोड़ों औरतों जैसी है, जिसके पास दिमाग होता है, हुनर होता है, सपने होते हैं लेकिन मौका नहीं होता। मैं बचपन से मैं बड़ी कलाकार बनना चाहती थी, इसके लिए मैंने खूब मेहनत की। शादी हुई लेकिन मामूली परिवार में.. क्लर्क थे, अच्छे आदमी थे, लेकिन सपने नहीं देखते थे। इसलिए मेरे सपने नहीं देख पाए।'
बेटे की जगह कला को चुना...
मालती देवी आगे कहती है, 'मैं प्रेग्नेंट हो गई, सब खुश थे, मैं नहीं.. उस वक्त मुझे एक बड़ा ऑफर मिला। तुम्हारे पैदा होने के बाद मुझे एक और मौका मिला, विदेश जाकर परफॉर्म करना का। पहले मैंने ममता को चुना तो इस बार मैंने खुद को चुना। बहुत तकलीफ हुई, मां होने की जगह मैंने कलाकार होना चुना। बेटे की जगह कला को चुना।' इस पर अनुज अपनी बात रखेगा और कहेगा, 'आप सपने पूरा करना चाहती थीं, मैं सहमत हूं। बतौर सोसाइटी मैं आपसे माफी मांगता हूं कि आपको सपोर्ट नहीं मिला। लेकिन सपनों के लिए कीमत चुकानी पड़ती है। आपका सपना तो पूरा हुआ लेकिन कीमत मुझे अनाथ होकर चुकानी पड़ी।'
फूट-फूटकर रोएगा अनुज
इसके बाद अनुपमा, अनुज के पक्ष में बात रखेगी और कहेगी, 'अनुज सही कह रहे हैं, सपने देखना अच्छा है, लेकिन सपनों के लिए एक मासूम को सजा देना गलत है।' आखिर में अनुज कहेगा, 'आज मैं आपको मां मानने से इनकार करता हूं। अनु, अगर तुम्हें अपनी गुरु मां को अपने पास रखना है तो रखो, लेकिन ये मत भूलना कि अगर ये यहां रहेंगी तो मैं यहां नहीं रहूंगा।'ये सुनकर सभी हक्के बक्के रह जाएंगे। अनुज दुखी होकर अंदर कमरे में चला जाएगा और रोने लगेगा। इश दौरान छोटी अनु आएगी और बात करेगी। इसके बाद छोटी अनु को गले लगाकर अनुज फूट फूटकर रोएगा। इसके बाद पूरा परिवार मालती देवी को खरी खोटी सुनाएगा। इस दौरान बरखा, मालती देवी को खूब सुनाएगी।
