Anupamaa 22 Sep: मालती देवी का सच जान अनुज का फूटा गुस्सा, चीखते-चिल्लाते कहा- 'अनुपमा तुम मेरा दर्द...'
Anupamaa Written Update: स्टार प्लस के शो अनुपमा में आज देखने को मिलेगा कि अनुज इस बात से दुखी और नाराज है कि मालती देवी उसकी मां है। अनुज खूब चिल्लाएगा और उसके गुस्से में उसका दर्द भी झलकेगा।

Anupamaa Written Update 22 September: आज के शो की शुरुआत होगी और अनुपमा, अनुज के साथ ही बाकी परिवार को बताएगी कि उसे मालती देवी के सामान में ये फोटो मिली है। अनुपमा बताएगा कि गलती से ये फोटो उसके बैग में आ गई और जब अनाथ आश्रम में चैक दे रही थी तो फोटो बाहर आ गई, जिसके बाद उन्होंने तुरंत बता दिया कि ये अनुज है। इसके बाद अनुपमा, अनुज को उसका बर्थ सर्टिफिकेट देगी। वहीं अनुपमा वो फॉर्म भी देगी, जिस में लिखा था कि उन्हें ये बेटा नहीं चाहिए। इसके अलावा अनुपमा, गुरु मां के आश्रम को दिए गए डोनेशन की पर्चियां भी दिखाती है और कहती है- 'ये सब इस बात का सबूत है कि आप मालती देवी के बेटे हैं।' इस दौरान मालती देवी भी वहीं मौजूद रहती हैं और भावुक हो जाती हैं। जानें शो में आगे क्या होगा...
शॉक में है अनुज
एक ओर जहां अनुज काफी हैरान दिखेगा तो दूसरी ओर हर कोई अपनी-अपनी बात रखेगा। कोई कहेगा कि ये शॉकिंग है तो दूसरी ओर रोमिल कहेगा कि उसे भी ऐसा ही महसूस हुआ था, जब उसे उसके पापा से मिलाया गया था। अनुपमा, अनुज को समझा रही होंगी और इस बीच मालती देवी, अनुपमा से पूछेगी- 'ये मेरा बेटा है?'अनुपमा के हां कहने पर मालती देवी, अनुज के गालों को हाथ लगाएगी और कहेगी- 'मेरा बेटा अनुज।'लेकिन अनुज, मालती देवी को खुद से दूर कर देगा और कहेगा- 'मुझसे दूर हो जाइए प्लीज।' इसके बीद चिल्लाते हुए कहेगा- 'आप मेरी मां नहीं हैं।'
मां शब्द मेरे लिए श्राप...
अनुज कहेगा, 'अब मुझे समझ आ रहा है कि मुझे इनके होने से क्यों परेशानी हो रही थी। अब समझ आ रहा है कि क्यों इन्हें देखकर ही मुझे अनचाही परेशानी हो रही थी। अगर ये मां होती तो एक बच्चे को अनाथ आश्रम में छोड़कर जाती। ये मां नहीं है, ये द ग्रेट मालती देवी जी हैं। नहीं हूं मैं आपका बेटा, आपकी जुबां से बेटा कहलाने से अच्छा है कि मुझे अनाथ बुलाएं लोग। आप प्लीज मुझसे दूर रहिए। मां शब्द मेरे लिए श्राप बन गया है।'
चीखते-चिल्लाते दिखा अनुज
अनुपमा, अनुज को समझाने की कोशिश करेगी। अनुज यही नहीं रुकेगा और गुस्से में चीखते-चिल्लाते हुए आगे कहा, 'सिर्फ जन्म देने से कोई भी किसी की मां नहीं बन जाती। एक औरत मां बनती है ममता से। आप मुझे जन्म देकर भी मेरी मां नहीं बन पाई। आप इतने सालों से मेरे लिए अजनबी थीं, अजनबी हैं और अजनबी ही रहेंगी। ऐसी क्या मजबूरी थी कि आप इतने साल अपने बेटे को अनाथ आश्रम में फेंककर भूल गईं। काश एक भगवान आपको मां का दिल भी दे देता।'
अनुपमा की आंखों में आंसू
अनुज की बात सुनकर अनुपमा की आंखों में भी आंसू आ जाएंगे। अनुज अपनी बात कहते हुए रो पड़ेगा और कहेगा, 'ये मेरे लिए सुंदर नहीं बल्कि सबसे ज्यादा तड़पाने वाले पल है। आज सबसे ज्यादा तकलीफ हुई है मुझे। हैप्पी बर्थडे टू मी। अनाथ आश्रम में मैं 8 साल रहा हूं। कहने के लिए सब था, लेकिन रिश्ते नहीं थे।' तभी अनुज को छोटी अनु हग कर लेगी और अनुज उसे गोदी लेकर कहेगा- 'यहां जितने भी लोग हैं, मेरी छोटी को छोड़कर मेरा दर्द कोई नहीं समझ नहीं सकता। अनु भी नहीं। हमें मां नहीं सुलाती थी, आंसू सुलाते थे।'
