‘अनुपमा’ (Anupamaa) का 4 जुलाई का एपिसोड: वनराज, तपिश से डिंपी की शादी के लिए राजी नहीं होता है। जब डिंपी, तपिश से शादी करने का फैसला लेती है तब वनराज अपने कमरे में चला जाता है। अनुपमा, वनराज के बिना तपिश और डिंपी की शादी करवाती है। डिंपी और तपिश की शादी के दौरान अनुज अपनी अनुपमा को एकटक देखता रहता है। वह मन में सोचता है कि डिंपी और तपिश की तो शादी हो गई, लेकिन अनुज और अनुपमा का क्या होगा?
अनुपमा, अनुज को देख लेती है, लेकिन फिर आंखें चुराकर भाग जाती है। वह डिंपी और तपिश का गृह प्रवेश करवाती है और फिर ज्ञान देने लगती है। गृह प्रवेश के बाद डिंपी और तपिश केक काटते हैं। अनुज मौके का फायदा उठाता है और अपने हाथों से अनुपमा को केक खिलाता है। अनुपमा हैरान रह जाती है। अनुपमा, अनुज से कुछ कहे उससे पहले तपिश की मां आ जाती है। वह सबसे मिलकर शाह हाउस से चली जाती है।
तपिश की मां के जाने के बाद अनुपमा दोनों को वनराज के पास लेकर जाती है। अनुपमा, वनराज को समझाने की बहुत कोशिश करती है, लेकिन वनराज दोनों को माफ नहीं करता है। ऐसे में अनुपमा उन्हें वापस बाहर लेकर जाती है और शादी की रस्मों में व्यस्त कर देती है। मजाक मस्ती के बीच अनुपमा की साड़ी दीए से टकराती है और तभी अनुज आकर उसकी साड़ी को जलने से बचा लेता है। दोनों एक-दूसरे की आंखों में खो जाते हैं। आध्या सब कुछ देखती रहती है, लेकिन कुछ कहती नहीं है।