Box Office Collection: व्हाई चीट इंडिया' के पहले दिन की कमाई जानकर हो जाएंगे Shocked
इमरान हाशमी(Emraan Hashmi) की फिल्म 'वाय चीट इंडिया'(Why Cheat India) शुक्रवार को रिलीज हो गई है। फिल्म शिक्षा व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार पर बनी है। इमरान इस फिल्म में राकेश सिंह का किरदार...
इमरान हाशमी(Emraan Hashmi) की फिल्म 'वाय चीट इंडिया'(Why Cheat India) शुक्रवार को रिलीज हो गई है। फिल्म शिक्षा व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार पर बनी है। इमरान इस फिल्म में राकेश सिंह का किरदार कर रहे हैं, जो पैसे लेकर परीक्षाओं में अमीर स्टूडेंट्स को पास कराने के लिए उनकी जगह होशियार स्टूडेंट्स को एग्जाम देने भेजता है। फिल्म के पहले दिन की कमाई सामने आ गई है। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श की रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म ने पहले दिन 1.71 करोड़ की कमाई कर ली है। फिल्म की पहले दिन की कमाई कम है, लेकिन अभी वीकेंड में देखते हैं फिल्म की कमाई में कितनी बढ़ोतरी होती है।
#WhyCheatIndia is a non-starter... Needs miraculous growth over the weekend to post a decent total... Fri ₹ 1.71 cr. India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) January 19, 2019
जब फेल होने के डर से इमरान ने उठाया था ये कदम...
लाइव हिन्दुस्तान से खास बात करते हुए इमरान ने कहा था, मैंने चीटिंग का एक्सपीरियंस किया है। हमारे स्कूल में पेपर लीक हुआ था। मैंने खरीदा नहीं था, लेकिन मैंने कॉपी किया था। मैंने कॉपी इसलिए किया था क्योंकि मैं प्रैशर में था कि कहीं मैं फेल न हो जाऊं क्योंकि इकोनॉमिक्स बहुत ही टफ सब्जेक्ट था और मैं डर गया था। उस दिन इनविजिलेटर ने हमें कॉपी करने के लिए परमिशन दे दी और पूरी क्लास ने बुक्स खोलकर कॉपी करना शुरू किया। तो मास चीटिंग भी होती है।
हमारा एजुकेशन सिस्टम खोखला है: इमरान
इंटरव्यू के दौरान एजुकेशन सिस्टम को लेकर इमरान ने कहा था, 'लोग शायद इस चीज से वाकिफ नहीं हैं कि हमारा एजुकेशन सिस्टम कितना खोखला है। 10 साल जब हम स्कूल में बिताते हैं तो हमें क्लीयर ही नहीं होता कि हम आगे जाकर क्या करेंगे। ये हमारा स्कूल सिस्टम हमें क्लीयर नहीं करता। बहुत सारे लोग अपनी जिंदगी साइंस कॉमर्स में वेस्ट कर देते हैं क्योंकि स्कूल में हमें रट्टा मारना सिखाया जाता है। बहुत सारी दिक्कतें होती हैं। यूनिवर्सिटी में ज्यादा सीटें मौजूद नहीं हैं। इसके साथ ही चीटिंग माफिया हर स्टेट में मौजूद है। ये अयोग्य स्टूडेंट्स को सीट दिलाते हैं और वो बच्चे फिर आगे जाकर इंजिनियर और डॉक्टर बनते हैं। यही हमने फिल्म में दिखाया है।