जब गुस्साए राज कपूर को संभालने के लिए उनके सीने पर बैठ गई थीं वहीदा रहमान, जानें ऐसा क्या हुआ था
वहीदा रहमान अपने समय की खूबसूरत और टैलेंटेड एक्ट्रेस रही हैं। आज भी उनकी फिल्में दर्शकों के दिलों में बसी हुई है। बता दें कि वहीदा के अपने समय में जबरदस्त फैन फॉलोइंग थी और आज भी सब उन्हें चाहते हैं।

वहीदा रहमान को हाल ही में दादा साहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के लिए चुना गया है। वहीदा ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं। वहीदा की ना सिर्फ एक्टिंग बल्कि उनकी खूबसूरती ने भी सभी का दिल जीता है। एक बार तो वहीदा को देखने के लिए फैंस ने ट्रेन तक रुकवा दी थी। इतना ही नहीं जब वहीदा को देखने को उन्हें नहीं मिला तो उन लोगों ने ट्रेन पर हमला कर दिया था। इस दौरान वहीदा के साथ राज कपूर भी थे और वह काफी गुस्सा हो गए थे।
फैंस मिलने पहुंचे वहीदा से
वहीदा ने बताया था कि जब वह तीसरी कसम फिल्म की शूटिंग करके ट्रेन से मुंबई जा रहे थे तब कुछ बच्चों की भीड़ प्लेटफॉर्म पर इकट्ठा हो गई और उन्होंने कहा कि उन्हें राज कपूर और वहीदा रहमान से मिलना है। राज उनसे मिलने गए तो इसके बाद उन बच्चों ने कहा कि अब हमें वहीदा रहमान से मिलना है जिसके लिए राज कपूर मना कर देते हैं। वह कहते हैं कि आपने मुझे देख लिया है, लेकिन वहीदा यहां नहीं आएंगी। जब फैंस ने इसकी वजह पूछी तो राज कहते हैं क्योंकि वह महिला हैं और उनका ऐसे भीड़ में आना उनके लिए सुरक्षित नहीं है। फैंस कहते हैं तो क्या, उन्हें हमसे मिलना होगा नहीं तो हम ट्रेन को नहीं जाने देंगे। राज भी अड़ जाते हैं और कम्पार्टमेंट का दरवाजा बंद कर देते हैं।
भीड़ भड़की
राज के ऐसा करने के बाद भीड़ भड़क जाती है और वो पत्थरबाजी करने लगते हैं। इसके बाद ट्रेन आगे नहीं बढ़ती है। राज को इसके बाद गुस्सा आ गया और वह भीड़ के पास जाने की जिद्द करते हैं। लेकिन राज कपूर के दोस्त उन्हें रोकते हैं और कम्पार्टमेंट में बंद कर देते हैं और वहीदा और उनकी बहन और हेयर ड्रेस को कहते हैं कि लेडीज इनका ध्यान रखो। ये पागल हो गए हैं। इसके बाद राज जी को हम सीट पर धक्का देते हैं। मैं उनके सीने पर बैठ गई और मेरी बहन ने उनके पैर पकड़ लिया। हम कहते रहे नहीं राज जी इस पर वह चिल्लाते मुझे जाने दो। बहुत ड्रामा हो गया था उस वक्त।
दादा साहेब अवॉर्ड मिलने पर बोलीं
हाल ही में वहीदा से जब इस अवॉर्ड के मिलने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं। ये सरकार द्वारा बड़ा अवॉर्ड है। जिन भी फिल्मों मे मैंने काम किया मैंने हमेशा ध्यान रखा कि मेरे किरदार महिलाओं को प्रोग्रेसिव दिखाएं। महिलाए जो करना चाहती हैं उन्हें वो करने देना चाहिए क्योंकि सदियों तक उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया है। तो टैलेंट होने के बाद भी महिलाएं पीछे रहीं। मुझे लगता है कि महिलाओं में काफी टैलेंट और दिमाग है और अगर उन्हें मौका मिले तो वह सबको पछाड़ सकती हैं।
