EXCLUSIVE: 'स्लमडॉग मिलेनियर' अभिनेता मधुर मित्तल का क्या है माइकल जैक्सन कनेक्शन? जानें क्यों इंस्टाग्राम रखते हैं प्राइवेट
'स्लमडॉग मिलेनियर' (Slumdog Millionaire) फेम अभिनेता मधुर मित्तल (Madhurr Mittal) जल्द ही एमएक्स प्लेयर (MX Player) की वेब सीरीज मत्स्य कांड (Matsya Kaand) में नजर आएंगे। सीरीज की रिलीज से...
'स्लमडॉग मिलेनियर' (Slumdog Millionaire) फेम अभिनेता मधुर मित्तल (Madhurr Mittal) जल्द ही एमएक्स प्लेयर (MX Player) की वेब सीरीज मत्स्य कांड (Matsya Kaand) में नजर आएंगे। सीरीज की रिलीज से पहले उन्होंने 'हिंदुस्तान' में अविनाश पाल से खास बातचीत की और ढेर सारे सवालों के जवाब दिए।
आपके करियर की शुरुआत कैसे हुई?
मैं आगरा के मिडिल क्लास परिवार में पैदा हुआ था और माइकल जैक्सन को टीवी पर देख देखकर उनकी कॉपी करता रहता था। इसके बाद मैंने करीब 3-4 साल की उम्र से ही डांस कॉम्पटिशन में हिस्सा लेना शुरू किया और जीतता भी गया। जिससे मेरे पापा को लगा कि लड़के में कुछ टैलेंट है। पापा ने इसके बाद अपनी जॉब को छोड़ा और हम सब मुंबई में शिफ्ट हो गए। इसके बाद मैंने एक्टिंग शुरू की। फिर धीरे धीरे एक्टिंग शुरू हो गई। जर्नी काफी लंबी रही लेकिन मजा आया।
'स्लमडॉग मिलेनियर' के बाद लाइफ में क्या बदला?
इस फिल्म के बाद सबकुछ बदल गया। पूरी दुनिया में जहां जहां भी गया वहां पर लोगों से बातचीत हुई, लोग जानते थे मुझे। सबसे बड़ी बात है कि आज करीब 12 साल बाद भी आप मुझसे उस फिल्म की बात कर रहे हैं, जो हमारी इंडस्ट्री में होता नहीं है। इस फिल्म का मेरे करियर पर बड़ा इम्पैक्ट था। मुझे अब भी उस फिल्म के नाम से ही जानते हैं।
आप अब 'मत्स्य कांड' में नजर आएंगे, अपने किरदार और सीरीज के बारे में कुछ बताएं?
मेरा किरदार राजु का है, ये एक ऐसा किरदार है जो इंडियन ऑडियंस ने मुझे नहीं देखा है। मुझे अधिकतर लोग ग्रे शेड में सोचते हैं, लेकिन उन सभी से काफी अलग है। ये किरदार काफी हद तक मेरे जैसा ही है। ये शो काफी शानदार है, दर्शकों को अभी तक ऐसा कुछ मिला नहीं होगा। इसके साथ ही इस शो की कास्ट भी बहुत शानदार है।
टीवी, वेब सीरीज और मूवीज, तीनों में ही काम किया है, कुछ अंतर महसूस करते हैं आप?
मैंने सिर्फ एक ही टीवी शो किया है 'शाका लाका बूम बूम', बचपन में। डेली सोप एक अलग ही जानवर होता है, ये एक 9-5 जॉब जैसा होता है। जहां पर महीने में करीब 25 दिन शूट कर रहे हैं। जहां एक फिक्स पैटर्न होता है। वहीं फिल्मों में आपके पास काफी टाइम होता है, वहीं ओटीटी के सेट पर डेडलाइन होती है। बाकी ओटीटी और मूवीज में मैं बहुत अंतर महसूस नहीं करता। हालांकि बतौर एक्टर आपको ओटीटी के किरदार को लंबे वक्त तक जीने का मौका मिलता है। इन सबके साथ में अब टीवी का स्टैंडर्ड भी बढ़ गया है तो मुझे लगता है कि जो भी अंतर हैं तीनों के बीच वो कम होता जा रहा है।
आपका इंस्टाग्राम अकाउंट प्राइवेट क्यों रखा है? कोई खास वजह?
सोशल मीडिया थोड़ा स्लिपरी स्लोप है, बाकी मुझे नहीं लगता है कि मेरी लाइफ इतनी खास है कि लोगों को कुछ खास लगेगी। मैं बहुत ही नॉर्मल सा बंदा हूं। मैंने कभी ब्लू टिक (वेरिफिकेशन) का भी नहीं सोचा। मुझे लगता है कि आपको सिर्फ तब जाना जाए जब आपका कुछ काम आए, बाकी टाइम उनकी लाइफ में क्या हो रहा, उससे किसी को फर्क न हो। मुझे सोशल मीडिया काफी अट्रेक्टिव नहीं लगता।
आपके अपकमिंग प्रोजेक्ट्स क्या हैं?
मेरी कुछ फिल्में और बाकी प्रोजेक्ट्स हैं, हालांकि मैं अभी उस बारे में अधिक बात नहीं कर सकता हूं।