श्वेता तिवारी को बेटी के सामने पीटता था पति, दोनों शादियों और बच्चों पर एक्ट्रेस ने बयां किया दर्द
टीवी की जानी-मानी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी सुर्खियों में रहती हैं। श्वेता ने दो बार शादी की और दोनों बार ही उनके पार्टनर्स के साथ रिश्ता बेहद खराब मोड़ पर खत्म हुआ। वहीं हाल...
टीवी की जानी-मानी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी सुर्खियों में रहती हैं। श्वेता ने दो बार शादी की और दोनों बार ही उनके पार्टनर्स के साथ रिश्ता बेहद खराब मोड़ पर खत्म हुआ। वहीं हाल ही में अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में उन्होंने अपनी असफल शादी को लेकर खुलकर बातें की हैं। उन्होंने बताया है कि इन सबके बीच उनके बच्चों पर क्या-क्या गुजरी है। पहली शादी से श्वेता की एक बेटी पलक है और दूसरी शादी से उनका एक बेटा रेयांश है। श्वेता ने यहां तक बताया है कि किस तरह उनकी बेटी पलक ने उनके साथ होते अत्याचार अपनी आंखों से देखे हैं।
फेल्ड मैरिज और बच्चों पर असर
श्वेता तिवारी ने 19 साल की उम्र में राजा चौधरी से शादी कर ली थी। दोनों की बेटी पलक है, शादी के कुछ सालों बाद एक्ट्रेस ने पति पर घरेलू हिंसा के गंभीर आरोप लगाए और तलाक ले लिया। इसके बाद उन्होंने 2019 में अभिनव कोहली को डेट करने के बाद उनसे शादी की। इस शादी से उनका एक बेटा है लेकिन दोनों श्वेता और अभिनव अलग हो चुके हैं। बॉलीवुड बबल की एक रिपोर्ट की मानें तो श्वेता का मानना है कि उनके गलत फैसलों ने बच्चों की जिंदगी पर असर डाला है।
बच्चों को दर्द छुपाने की आदत है
श्वेता ने कहा- 'मेरे दोनों बच्चों को दर्द छुपाने की आदत है। वो किसी तरह ये नहीं दिखाते कि वो दुखी हैं। मुझे नहीं समझ आता कि उनके आस-पास इतना कुछ हो रहा होता है और वो फिर भी खुश कैसे रह लेते हैं। तो मुझे लगता है कि क्या वो छुपाने की कोशिश कर रहे हैं? क्या मुझे उन्हें काउंसलर के पास ले जाना चाहिए?'... श्वेता ने बताया कि 'पलक ने मुझे पिटते हुए देखा है, औरतों को आते हुए देखा है। उसने 6 साल की उम्र में ये सब देखा तब मैंने कड़े कदम उठाने का फैसला किया। मेरा बेटा रेयांश 4 साल का है उसे पुलिस, जजेज के बारे में पता है और ये सब सिर्फ मेरी वजह से नहीं है'।
बच्चों को कैसे बचाऊं?
उन्होंने शादी में अलगाव को लेकर कहा- 'क्योंकि ये सब मैं कैसे करती... सिर्फ यही एक तरीका था मुझे खुद को बचाने का। एक हैप्पी लाइफ के लिए और मैं जिस परेशानी में थी उससे निकलने के लिए। वो रास्ता था मेरे बच्चों के साथ रहने के और पुलिस और कोर्ट जाने का। आज भी मैं नहीं समझ पाती हूं कि इन हालातों से अपने बच्चों को कैसे बचाऊं'।
मैं नहीं कहती कि पिता से बात नहीं करो...
श्वेता कहती हैं कि 'मैं जानती हूं कि मेरे बच्चों को मेरी वजह से ये सब देखना पड़ा क्योंकि मैंने गलत मर्दों को चुना। ये मेरी गलती है, उनकी नहीं। मैं उन्हें नहीं कहती कि अपने पिता को याद नहीं करो, मैं नहीं कहती कि उनसे बात नहीं करो...लेकिन वो नहीं करते, मुझे नहीं पता क्यों? शायद इसलिए क्योंकि वो डरते हैं उस सदमे से'।