शत्रुघ्न सिन्हा का नाम कैसे पड़ा पेट पोछना, कहां से आया खामोश? दिए मजेदार जवाब
Shatrughan Sinha Interview: शत्रुघ्न सिन्हा को आप कई नामों से जानते होंगे। उनको पेट पोछना भी कहा जाता था। अरबाज खान के शो पर उन्होंने इसका मतलब बताया है। साथ ही कई मजेदार किस्से बताए।
शत्रुघ्न सिन्हा को कई नामों से बुलाया जाता है। इनमें से बउआ, बिहारी बाबू, शॉटगन, खामोश अंकल और छेनू तो आपने कई बार सुने होंगे। उनका एक और नाम है पेट पोछना। शत्रु जब अरबाज खान के शो द इन्विंसिबल्स में आए तो उन्होंने बताया कि यह नाम कैसे पड़ा। इंटरव्यू के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा ने जिंदगी से जुड़े कई किस्से बताए। शत्रु ने अपने चेहरे पर लगे कट के निशान और आइकॉनिक डायलॉग 'खामोश' के बारे में भी बात की।
ऐसे पड़ा पेट पोछना नाम
अरबाज खान का शो काफी तारीफें बटोर रहा है। इसके 5वें एपिसोड में अरबाज की दबंग को-स्टार सोनाक्षी के पापा शत्रुघ्न सिन्हा मेहमान बने। अरबाज ने उनसे पूछा कि उनके कई नाम हैं जैसे बउआ, बिहारी बाबू, शॉटगन, शत्रुजी और पेट पोछ। इस पर शत्रु हंसने लगे। उन्होंने बताया कि अब इस नाम से नहीं बुलाया जाता है। लेकिन बिहार, यूपी में जो सबसे छोटा बेटा होता है उसे पेट पोछना कहते हैं क्योंकि वह पेट वगैरह सब पोछकर आता है। यह बहुत प्यार से कहा जाता है। हमें भी बहुत लोग कहते थे।
शरारत में कटा गाल
शत्रुघ्न सिन्हा से अरबाज खान ने उनके चेहरे पर बने कट के निशान के बारे में भी पूछा। उन्होंने बताया,
मामा को शेव करते देखा था। वो अमेरिका जा रहे थे। मैंने ब्लेड वाला रेजर लिया। मेरी मामा की बेटी रोने लगी। मैंने कहा तुमको शेव करना नहीं आता है। पहले उसका गाल काटा। इसके बाद अपना पानी लगाकर अपना गाल काट लिया। घर पर सबने डिटॉल, राख लगा दिया तो खून रुक गया। लेकिन दाग की वजह से फिल्मों में जाते वक्त कॉम्प्लेक्स था। शत्रु बताते हैं, मैंने प्लास्टिक सर्जन से बात कर ली थी। लेकिन देव साहब के पास गया तो उन्होंने बोला कि बिल्कुल मत करना। मेरे दांतों के बीच भी गड्ढा है, मैंने ठीक नहीं करवाया, आज स्टाइल बन चुका है। शत्रु बताते हैं कि उनको बहुत बुरा लगता था कि मैं कटी-फटी शक्ल के साथ फिल्मों में काम करने आ रहा हूं।
खुद नहीं पता कहां से आया 'खामोश'
अरबाज ने उनके आइकॉनिक डायलॉग खामोश के बारे में भी पूछा। शत्रु बोले, मुझे खुद नहीं पता कि ये खोज कैसे हो गई। अगर कोई ऐसे खामोश बोले तो आपको गुस्सा आएगा। लेकिन हमारे अंदाज को पिकअप किया है तो उसका मतलब ही बदल जाता है। पति-पत्नी का झगड़ा हो या बाप-बेटे का लोग बोल देते हैं। यह हंसी-मजाक और प्यार का शब्द हो गया है। शत्रु ने बताया कि कुछ बच्चे उन्हें खामोश अकंल बोलते हैं। वह खुद जानना चाहते हैं कि लोगों ने किस फिल्म से पिकअप कर लिया।