जानें क्यों शाहिद कपूर बोले- बहुत सुकून महसूस कर रहा हूं
ऐसा बार-बार नहीं होता कि कोई फिल्म 275 करोड़ रुपये से भी ज्यादा कमा ले जाए। और वह भी सिर्फ भारत के सिनेमाघरों से। शाहिद कपूर के लिए यह अनुभव बेहद नया है। हालांकि इस सफलता को हासिल करने वाली फिल्म...
ऐसा बार-बार नहीं होता कि कोई फिल्म 275 करोड़ रुपये से भी ज्यादा कमा ले जाए। और वह भी सिर्फ भारत के सिनेमाघरों से। शाहिद कपूर के लिए यह अनुभव बेहद नया है। हालांकि इस सफलता को हासिल करने वाली फिल्म ‘कबीर सिंह’ के लिए उन्हें तारीफों के साथ-साथ खूब आलोचनाएं भी मिलीं। वह कहते हैं, ‘मुझे लगता है कि सिर्फ ऐसे लोग, जिनका एक विशेष प्रयोजन था, उन्होंने मेरी फिल्म की आलोचना की।’ शाहिद से बातचीत का सिलसिला कुछ यूं आगे बढ़ा:
फिल्म ‘कबीर सिंह’ साल 2019 की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई है। इस पर कैसा महसूस कर रहे हैं?
अभी भी यकीन नहीं हो पा रहा। बहुत सुकून महसूस कर रहा हूं। कुछ भावुक भी। ऐसा भी लग रहा है कि इतनी सफलता का क्या मैं वाकई में हकदार हूं। ऐसा नहीं है कि मैंने इस फिल्म के लिए अपनी बाकी फिल्मों से पांच गुना ज्यादा मेहनत की है। मुझे ऐसा लगने लगा है कि इस फिल्म ने मेरे अंदर सब कुछ बदल दिया है। दर्शकों के साथ मेरा रिश्ता भी। अब मैं सिर्फ उनके लिए काम करना चाहता हूं। मैं उनके पैमानों पर खरा उतरना चाहता हूं।
आपकी फिल्म और इसमें जो किरदार आपने निभाया, उसकी काफी आलोचना भी हुई। इस पर क्या कहेंगे?
अब ऐसे तो लोगों ने शाहरुख खान के फिल्म ‘बाजीगर’ वाले किरदार पर भी सवाल उठाए थे, जब वह फिल्म में दो बहनों के साथ एकसाथ अपनी प्रेम कहानी को आगे बढ़ा रहे थे। मुझे ऐसा लगने लगा है कि हम एक ऐसे दौर में हैं, जब हमारा सिनेमा, समाज की हकीकत के बेहद करीब है। फिल्म ‘कबीर सिंह’ को लेकर मिली नकारात्मक प्रतिक्रियाएं मेरे लिए काफी हैरत भरी हैं। फिल्म ‘वुल्फ ऑफ वॉलस्ट्रीट’ के मुख्य किरदार में मुझे कबीर सिंह से भी ज्यादा समस्या नजर आई। पर उसकी तो लोगों ने इतनी तारीफें कीं। इन दोनों फिल्मों को आम दर्शकों ने खूब पसंद किया।
अब, जबकि अवॉर्ड फंक्शंस का मौसम शुरू होने वाला है, क्या आप ऐसे नकारात्मक माहौल में जीतने की उम्मीद रखते हैं?
यह समय ही बताएगा। हम देख चुके हैं कि अब दर्शकों में परिपक्वता आ चुकी है। अब हम देखेंगे कि क्या अवॉर्ड देने वालों में भी परिपक्वता आ चुकी है? इसमें कोई शक नहीं है कि कबीर को लोगों का भरपूर प्यार मिला।
आपकी शादी को चार साल बीत चुके हैं। आपने एक इंटरव्यू में कहा था कि अभी ‘सिर्फ’ चार साल ही तो गुजरे हैं! शादी के बाद हर दिन मैं अपने एक नए रूप से दो-चार हुआ हूं?
इन दिनों मैं एक ऐसे आजाद जंगली घोड़े जैसा महसूस कर रहा हूं, जो हमेशा से ही आजाद था। पर पिछले चार सालों से उसे किसी ने पाल रखा है। खुद को लेकर मेरी धारणाएं अब बिल्कुल बदल गई हैं।