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रणबीर के लिए इतनी दीवानी हैं ये एक्ट्रेस, बहन बनने के लिए भी हैं तैयार

छोटे पर्दे पर अपनी अदाकारी से पहचान बना चुकीं समीक्षा भटनागर की फिल्म 'पोस्टर बॉयज' र

नीलम कोठारी बडोनी नई दिल्लीWed, 13 Sep 2017 04:34 PM
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समीक्षा-रणबीर

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छोटे पर्दे पर अपनी अदाकारी से पहचान बना चुकीं समीक्षा भटनागर की फिल्म 'पोस्टर बॉयज' रिलीज हो चुकी है। पेश है समीक्षा से हुई बातचीत के कुछ अंश।

आपने सनी और बॉबी देओल की फिल्म में लीड भूमिका निभाई। देओल भाईयों के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
देओल ब्रदर्स के बारे में मैंने जैसे सुना था। वह वैसे बिल्कुल भी नहीं हैं। सनी के साथ मेरे ज्यादा सीन नहीं थे इसलिए उन्हें करीब से जानने का मुझे मौका नहीं मिला, लेकिन बॉबी अपने साथ काम करने वाले कलाकारों के साथ पहले दोस्ती कर लेते हैं ताकि कैमेस्ट्री अच्छी हो जाए। इस फिल्म में उनके साथ काम करके मुझे लगा ही नहीं कि मैं दो ऐसे लोगों के साथ काम कर रही हूं जो न जाने कितने सालों से बॉलीवुड फिल्मों में काम कर रहे हैं। कुल मिलाकर मैं यही कहूंगी कि फिल्म के लिए काम करना एक शानदार अनुभव रहा। यह मेरी पहली फिल्म है और इसमें मुझे सभी का पूरा सहयोग और समर्थन मिला।

सुना है कि शूटिंग के दौरान आपने बॉबी की पिटाई की दी थी। क्या ये सच है?
हां, शूटिंग के दौरान मैंने गलती से बॉबी की पिटाई कर दी थी। दरअसल फिल्म के एक सीन में मुझे बॉबी पर गुस्सा होना था,लेकिन मैं सीन करने में इस कदर खो गईं कि सच में मैंने बॉबी की पिटाई कर डाली। इस दौरान बॉबी के हाथ में छोटी सी चोट भी आई पर जैसे ही सीन ओके हुआ मैंने तुंरत बॉबी से माफी मांगी और उसके बाद बॉबी ने कहा कि ये तो कुछ भी नहीं हमने तो शूटिंग में कई बार लोगों को घायल किया है। उन्होंने मुझे बिल्कुल भी यह नहीं महसूस होने दिया कि उन्हें दर्द हो रहा है। शायद यही फर्क होता है एक अच्छे कोस्टार में ।

आगे पढ़िए रणबीर के साथ काम करने को लेकर क्या बोलीं समीक्षा...

समीक्षा

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बॉलीवुड में अब किसके साथ काम करना चाहेंगी?
मैं रणबीर कपूर की फैन हूं। या फिर ये कहूं कि मैं रणबीर की दीवानी हूं, मैं चाहती हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिले। फिर भले ही मुझे फिल्म में उनकी बहन ही क्यों न बनना पड़े।
 

'पोस्टर बॉयज' श्रेयस तलपड़े के निर्देशन में बनी है। श्रेयस के साथ काम करते वक्त कैसा लगा?
श्रेयस के बारे में क्या बोलूं। वह पर्दे पर जितने साधारण और केयरिंग दिखते हैं उतने ही  रियल में भी हैं। उनकी सबसे अच्छी बात यह है कि वह एक्टर को उसके तरीके से काम करने की आजादी देते हैं। मेरी उनके साथ अच्छी बनती है और इंडस्ट्री में एक न्यूकमर होने के नाते मैंने श्रेयस से काफी कुछ सीखा है जो आगे मेरे काम आएगा।
 

आप पर्सनल लाइफ में फिल्म में अपने निभाए किरदार सुरजमुखी से कितनी अलग हैं?
मैं काफी अलग हूं। मैं उन लोगों में से हूं जो हर समय दूसरों में कमियां नहीं निकालते बल्कि खुश रहते हैं और आराम से जिंदगी जीते हैं।मुझे लगता है कि परेशान होकर कोई फायदा नहीं ​मिलता। 

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