VIDEO: मुकेश खन्ना ने बयान पर दी सफाई, कहा- मैं नारियों के खिलाफ नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं
एक्टर मुकेश खन्ना ने महिलाओं पर दिए विवादित बयान पर सफाई देते हुए वीडियो शेयर किए हैं। उनका कहना है कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है। वह कभी भी महिलाओं के काम के खिलाफ नहीं हुए, बल्कि...
एक्टर मुकेश खन्ना ने महिलाओं पर दिए विवादित बयान पर सफाई देते हुए वीडियो शेयर किए हैं। उनका कहना है कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है। वह कभी भी महिलाओं के काम के खिलाफ नहीं हुए, बल्कि उन्होंने हमेशा महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता जताई है।
मुकेश खन्ना वीडियो शेयर करते हुए लिखते हैं, “मुझे सचमुच हैरानी हो रही है कि मेरे एक स्टेट्मेंट को बहुत ही ग़लत तरीक़े से लिया जा रहा है। मुझे औरतों के ख़िलाफ़ बताया जा रहा है। जितनी इज़्ज़त मैं नारियों की करता हूं, शायद ही कोई करता होगा। इसीलिए मैंने लक्ष्मी बम नाम का विरोध किया। मैं नारियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। हर रेप कांड के ख़िलाफ़ मैं बोला हूं। मेरे एक इंटरव्यू की क्लिपिंग को लेकर कुछ लोगों ने शोर मचा दिया है।”
मुकेश आगे लिखते हैं कि मैंने कभी नहीं कहा कि औरतों को काम नहीं करना चाहिए। मैं सिर्फ़ यह बताने जा रहा था कि मीटू की शुरुआत कैसे होती है। हमारे देश में औरतों ने हर फ़ील्ड में अपनी जगह बनाई है। फिर चाहे वह डिफ़ेन्स मिनिस्टर हो, फ़ाइनेन्स मिनिस्टर हो, विदेश मंत्री हो या स्पेस में हो, हर जगह नारी ने अपना परचम लहराया है। तो मैं नारी के काम करने के ख़िलाफ़ कैसे हो सकता हूं। उस वीडियो इंटरव्यू में मैं सिर्फ़ नारी के बाहर जाकर काम करने से क्या दिक़्क़तें आ सकती हैं? उस पर रोशनी डाल रहा था। जैसे घर के बच्चे अकेले पड़ जाते हैं। मैं पुरुष और नारी धर्म की बात कर रहा था जो हज़ारों सालों से चला आ रहा है।
मुकेश कहते हैं, “मैंने यह नहीं कहा कि नारी बाहर जाती है तो मीटू होता है। मैंने एक साल पहले इसी टॉपिक पर एक वीडियो बनाया था जो मैं आप लोगों को दिखाना चाहता हूं कि तब भी मैंने यही कहा था कि नारियों को अपने काम करने की जगह पर अपनी सुरक्षा कैसे करनी चाहिए। मैंने तब भी नहीं कहा कि नारियां काम पर न जाएं। तो आज कैसे कह सकता हूं।”
मुकेश का कहना है कि मेरे स्टेट्मेंट को ग़लत तरीक़े से न पेश करें। मेरे पिछले चालीस साल, मेरा फ़िल्मी सफ़र इस बात की पुष्टि करता है, मैंने हमेशा नारियों की इज़्ज़त की है। इस बात को हर कलाकार या हर फ़िल्म यूनिट का मेंबर जानता है कि मैंने हमेशा सबकी इज़्ज़त की है। अगर कोई भी नारी मेरे इस स्टेट्मेंट से आहत हुई हो तो मुझे अफ़सोस है कि मैं अपनी बात सही ढंग से नहीं रख पाया।
मुझे इस बात की चिंता नहीं कि नारी समाज मेरे ख़िलाफ़ हो जाएगा। उन्हें होना भी नहीं चाहिए। मेरी ज़िंदगी खुली किताब है। सब जानते हैं कि मैंने कैसे ज़िंदगी जी है और कैसे जी रहा हूं। मैं अपना वही इंटरव्यू आपको पूरा दिखाना चाहता हूं, जिसमें से यह क्लिपिंग ली गई है। आपको पता चलेगा मैं नारियों के प्रति क्या विचार रखता हूं?”
मुकेश खन्ना ने दिया था यह बयान
मुकेश खन्ना ने कहा था कि मीटू मूवमेंट इसलिए शुरू हुआ, क्योंकि महिलाएं खुद को पुरुषों के बराबर समझने लगी थीं। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं का कर्तव्य घर का ध्यान रखना है। द फिल्मी चर्चा से बात करते हुए मुकेश ने कहा, “औरत का काम घर संभालना है। मीटू की दिक्कतें कहां से शुरू हुई हैं, जब औरतों ने भी काम करना शुरू कर दिया। आज औरत, मर्द के साथ कंधे से कंधा मिलाने की बात करती हैं।”
मुकेश आगे कहते हैं, “उनके काम करने से जो सबसे पहले झेलता है वह है घर का बच्चा, जिसको मां नहीं मिलती। उसे आया के साथ रख दिया जाता है जो उनके साथ सास भी कभी बहू देखता है। मर्द, मर्द है और औरत, औरत।”