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'कमजोरी के कारण चलना भी मुश्किल था', कोरोना को मात देकर मलाइका अरोड़ा ने शेयर किया अपना एक्सपीरियंस

मलाइका अरोड़ा ने कोरोना वायरस से जंग जीत ली है, लेकिन इससे लड़ना उनके लिए आसान नहीं था। मलाइका ने बताया कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद उन्हें किन हालातों का सामना करना पड़ा। मलाइका ने बताया कि वह...

Kamta Prasad लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीFri, 25 Sep 2020 09:14 AM
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मलाइका अरोड़ा ने कोरोना वायरस से जंग जीत ली है, लेकिन इससे लड़ना उनके लिए आसान नहीं था। मलाइका ने बताया कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद उन्हें किन हालातों का सामना करना पड़ा। मलाइका ने बताया कि वह एक दिन में 18 घंटे सोती थी सिर्फ खाना खाने के लिए उठती थीं। 

मुंबई मिरर से बातचीत में मलाइका ने कहा- 'जब मेरा कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया तो मेरे दिमाग में सबसे पहली बात यह आई कि मेरे घर पर सभी सेफ हों, क्योंकि इस बात का खतरा अधिक रहता है कि कहीं आप उनके सम्पर्क में न आ जाएं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि मेरी वजह घर के लोग संक्रमित न हो, मैंने टेस्ट के बाद सबसे पहले खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया।'

'शुरुआत में कुछ दिन अजीब रहे। मैं काफी शॉक्ड थी। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो गया है, क्योंकि इसके लिए पहले से कोई भी तैयार नहीं रहता है। ऐसा लगा मानों जैसे बिजली का झटका लगा हो। शुरुआत में आप काफी बीमार और कमजोर महसूस करते हो। काफी स्ट्रॉन्ग दवाइयां चलती हैं। मैं एक दिन में 18 घंटे सोती थी और सिर्फ खाने के लिए उठती थी। डॉक्टर्स ने मुझे रेस्ट करने और हेल्दी खाना खाने के लिए कहा था।'

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मलाइका ने आगे कहा कि खाना मेरे कमरे के बाहर रख दिया जाता था जो कि पूरी तरह से डिस्पॉजिबल होते थे। मैं वेजिटेरियन हूं, मैं काफी समय से शाकाहारी फूड ही खा रही हूं, लेकिन डॉक्टर ने कहा कि मुझे अपनी स्ट्रेन्थ बढ़ाने की जरूरत है तो मैंने अपनी डाइट में बदलाव किया। मैंने डेयरी फूड और चिकन सूप लेना शुरू कर दिया। 

उन्होंने आगे कहा, 'जब आप खुद को क्वॉरंटाइन करते हैं तो आपको कई चुनौतियों के बारे में महसूस होता है। सुबह उठते ही घर की साफ-सफाई और हर चीज सैनिटाइज करना होता है। मैं खुद को काफी कमजोर महसूस कर रही थी। मुझे बेड से उठने में मुश्किल होती थी। इन 14 दिनों में मैंने महसूस किया कि यह वायरस आपको घुटनों पर ला देता है। इसलिए मेरा मानना है कि घर और हॉस्पिटल में आपका ख्याल रखने वाले किसी फरिश्ते से कम नहीं है। उनके बगैर मैं इसपर काबू नहीं पा सकती। बिल्डिंग में ऐसे कई लोग थे जिन्होंने मेरे लिए खाना बनाकर भेजा ताकि मेरे लिए चीजें आसान हो सके।'

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