‘महाभारत’ के ‘भीम’ प्रवीण कुमार सोबती आर्थिक दिक्कतों का कर रहे सामना, सरकार से मदद की मांग
बीआर चोपड़ा के लोकप्रिय सीरियल 'महाभारत' के हर एक किरदार ने अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया था। सीरियल के कलाकार इतने मशहूर हो गए कि वह अपने असली नाम से नहीं बल्कि उस किरदार...
बीआर चोपड़ा के लोकप्रिय सीरियल 'महाभारत' के हर एक किरदार ने अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया था। सीरियल के कलाकार इतने मशहूर हो गए कि वह अपने असली नाम से नहीं बल्कि उस किरदार के नाम से पहचाने जाने लगे। 'महाभारत' में ऐसा ही एक किरदार था भीम का, जिसे अभिनेता प्रवीण कुमार सोबती ने निभाया। प्रवीण ने फिल्मों और टीवी सीरियल में तो काम किया ही है, साथ ही वह एक खिलाड़ी भी रह चुके हैं। उन्होंने एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और ओलंपिक में हिस्सा लिया है। कई प्रतियोगिताओं में उन्होंने मेडल भी जीते, फिर अभिनय से भी खूब नाम कमाया। इन सबके बावजूद आपको जानकर हैरानी होगी कि आज के वक्त में प्रवीण आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं और बहुत मुश्किल से अपना गुजारा कर पा रहे हैं।
सरकार से मदद की गुहार
प्रवीण ने खेलों में अपने योगदान को देखते हुए सरकार से पेंशन की मांग की है, जिससे वह अपना जीवन यापन आसानी से कर सकें। हालांकि उन्हें बीएसएफ से पेंशन मिल रही है लेकिन यह उनके हर दिन के खर्चों के लिए काफी नहीं है। पंजाब में जितनी भी सरकारें आईं उनकी सभी से शिकायत है। उनका कहना है कि एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को पेंशन दिया गया लेकिन उन्हें नहीं मिला। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में भी हिस्सा लिया फिर भी पेंशन नहीं मिलता।
सभी भूल गए
वेबसाइट एनबीटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवीण ने कहा, 'मैं 76 साल का हूं और घर पर ही रहता हूं। आजकल तबीयत ठीक नहीं रहती है। पत्नी वीना देखभाल करती है। एक वक्त था जब भीम को सब जानते थे लेकिन अब सभी ने भुला दिया है।‘ प्रवीण की एक बेटी है जो शादी के बाद मुंबई में रहती हैं।
खेल में माहिर थे प्रवीण
प्रवीण हैमर और डिस्कस थ्रो के खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने 1966 में किंगस्टन में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया और सिल्वर मेडल जीता। इसके अलावा उन्होंने 1966 और 1970 में हुए एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 1968 और 1972 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भाग लिया। 1974 में तेहरान में आयोजित एशियन गेम्स में भी हिस्सा लिया। प्रवीण ने आगे बताया कि सबकुछ ठीक चल रहा था लेकिन फिर उनके पीठ में दर्द रहने लगा।
ऐसे मिला भीम का रोल
प्रवीण कुमार को बीएसएफ में डिप्टी कमांडेंट की नौकरी मिल गई थी। 1986 में उनके पास एक मैसेज आया कि बीआर चोपड़ा महाभारत बना रहे हैं और उन्हें भीम के किरदार के लिए अभिनेता की जरूरत है। वह बीआर चोपड़ा से मिलने पहुंचे। जैसे ही उन्होंने उन्हें देखा बोले भीम मिल गया। यह किरदार इतना लोकप्रिय हो गया कि टीवी और फिल्मों में प्रवीण के लिए रास्ते खुल गए और उन्होंने 50 से ज्यादा फिल्में कीं। साथ ही कई टीवी सीरियल में काम किया।
राजनीति में भी आए
प्रवीण राजनीति में भी हाथ आजमा चुके हैं। 2013 में उन्होंने आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वे हार गए। अगले साल उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वॉइन कर लिया था।