किसान आंदोलन: हेमा मालिनी की टिप्पणी पर कुमार विश्वास का तंज, चाकू की पसलियों से गुज़ारिश तो देखिये
किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस हेमा मालिनी के एक बयान पर कवि कुमार विश्वास ने शायराना अंदाज में तंज कसा है। कुमार विश्वास ने ट्विटर पर हेमा मालिनी की ओर से दिए बयान को रीट्वीट करते हुए...
किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस हेमा मालिनी के एक बयान पर कवि कुमार विश्वास ने शायराना अंदाज में तंज कसा है। कुमार विश्वास ने ट्विटर पर हेमा मालिनी की ओर से दिए बयान को रीट्वीट करते हुए तंज कसा है, 'उनकी अपील है कि उन्हें हम मदद करें, चाकू की पसलियों से गुज़ारिश तो देखिये...!' दरअसल हेमा मालिनी ने किसान आंदोलन को लेकर कहा था कि इस प्रदर्शन में शामिल तमाम लोगों को पता भी नहीं है कि उन्हें कृषि कानूनों के किन प्रावधानों से आपत्ति है। हेमा मालिनी ने कहा था, 'वह यह भी नहीं जानते हैं कि आखिर किसान बिलों को लेकल उनकी समस्या क्या है। इससे पता चलता है कि वे लोग आंदोलन इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें इसके लिए कहा गया है।'
इससे पहले भी कुमार विश्वास किसान आंदोलन को लेकर मुखरता से अपनी बात रखते रहे हैं। पिछले दिनों बारिश की एक खबर को लेकर कुमार विश्वास ने लिखा था, 'हे इंद्रप्रस्थ अधिपति, हे इंद्रदेव ! आपको पता तो है कि किसानों के लिए बेहद कष्टकर है आपका ये अकारण-कौतुक! फिर भी यह सब? भूमिपुत्रों के पसीने पर अपनी अहमन्यताओं से बर्बादी का पानी फेरने वाले इंद्रासनों में थोड़ी सी करुणा कब जागेगी?'
हेमा मालिनी पर उनके तंज को लेकर ट्विटर यूजर्स भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक तरफ कुछ लोगों ने कुमार विश्वास की सराहना की है तो कई लोगों ने हेमा मालिनी के बयान को सही करार देते हुए लिखा है कि तमाम प्रदर्शनकारियों को यह मालूम ही नहीं है कि बिल के किस प्रावधान से उन्हें आपत्ति है।
हेमा मालिनी के पति और अभिनेता धर्मेंद्र की ओर से किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट करने और फिर उसे डिलीट करने पर भी कुछ लोगों ने उन पर हमला बोला था। इस पर जवाब देते हुए धर्मेंद्र ने कहा था कि आप जैसे लोगों की वजह से ही मैंने ट्वीट डिलीट किया था।
उनकी अपील है कि उन्हें हम मदद करें,
चाकू की पसलियों से गुज़ारिश तो देखिये..! https://t.co/mXvLO5bnfL
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 13, 2021
बता दें कि हेमा मालिनी के सौतेले बेटे सनी देओल भी बीजेपी से सांसद हैं और उन्होंने एक ट्वीट में कहा था कि कुछ लोग इस मूवमेंट का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। यह मसला किसानों और सरकार के बीच का है, दोनों को इस पर आपसी बातचीत से मामला निपटाना चाहिए।