अपने फिल्मी करियर पर कियारा आडवाणी बोलीं- मैं सही दिशा में आगे बढ़ रही हूं
साल 2014 में अभिनेत्री कियारा आडवाणी ने फिल्म ‘फगली’ के साथ बॉलीवुड में कदम रखा था। यह उनके सपनों की शुरुआत जैसा आगाज नहीं था। इसके बाद वह नजर आईं फिल्म ‘एम एस धौनी : द अनटोल्ड...
साल 2014 में अभिनेत्री कियारा आडवाणी ने फिल्म ‘फगली’ के साथ बॉलीवुड में कदम रखा था। यह उनके सपनों की शुरुआत जैसा आगाज नहीं था। इसके बाद वह नजर आईं फिल्म ‘एम एस धौनी : द अनटोल्ड स्टोरी’ में। इस फिल्म के साथ ही लोगों का ध्यान उनकी ओर गया। पर अब करियर शुरू होने के पांच साल बाद उन्हें महसूस होने लगा है कि बॉलीवुड में उनका करियर अच्छा चल रहा है। मोटी कमाई करने वाली फिल्म ‘कबीर सिंह’ के बाद अब वह फिल्म ‘गुड न्यूज’ में नजर आएंगी। इसके बाद उनकी झोली में तकरीबन आधा दर्जन बड़ी फिल्में हैं। वह कहती हैं, ‘मुझे लगता है कि साल 2019 सपनों के पूरे होने का साल है। एक-एक करके मैं अपने सारे सपने सच करती जा रही हूं। अभी भी मुझे बहुत कुछ हासिल करना है, पर एक बात तय है- मेरे करियर का शानदार आगाज हो चुका है।’ कियारा से और भी कई दिलचस्प बातें हुईं-
यह साल वाकई आपके लिए कमाल साबित हुआ है। इस पर क्या कहना चाहेंगी?
मैं इस बात को पूरी तरह मानती हूं। अगर मुझसे पांच साल पहले किसी ने पूछा होता कि अगले पांच सालों में मैं खुद को कहां देखती हूं, तो शायद मैं इसी मुकाम की बात करती, जहां मैं अभी हूं। मुझे लगता है कि मैं सही दिशा में आगे बढ़ रही हूं। मुझे लगता है कि मेरी हर फिल्म मेरे करियर में मील के पत्थर की तरह रही है, क्योंकि मैंने हर फिल्म से सीखा है, चाहे वह सफल हुई हो या असफल। मुझे उन सभी फिल्मों पर गर्व है। अपनी फिल्मों की व्यावसायिक सफलता के लिए मैं तहेदिल से दर्शकों की शुक्रगुजार हूं। इससे मुझे बेहतर करने की प्रेरणा मिली है।
फिल्मों के मामले में आप काफी व्यस्त लगती हैं?
सच कहूं तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है। इतना सारा और इतना शानदार काम मिल रहा है। इस दिन का सपना मैंने हमेशा देखा है। मैं हमेशा सोचती थी कि काश, एक दिन मैं इतनी व्यस्त हो जाऊं कि लोगों को मुझसे मिलने के लिए मेरे मैनेजर से समय लेना पड़े। अब ऐसा हो चुका है। मुझे लगता है कि अभी सिर्फ मेरे करियर की शुरुआत हुई है। अभी मुझे बहुत आगे जाना है।
क्या आपने भविष्य को लेकर कोई योजना बनाई है?
मैं हमेशा समय और परिस्थितियों के हिसाब से काम करती हूं। हां, अपनी मेहनत में मैं कभी कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती। अगर मैं ठान लेती हूं कि अपने काम में अपना 500 प्रतिशत दूंगी, तो मैं हर कीमत पर ऐसा ही करती हूं। मुझे ऐसा लगता है कि इनसान में काम को लेकर यह भूख कभी नहीं मरनी चाहिए। एक और जरूरी बात यह है कि सफलता मिल जाने के बाद इनसान को यह नहीं सोचना चाहिए कि अब तो उसे खुद में किसी भी तरह का सुधार करने की कोई जरूरत नहीं है।