अपने ही नाम से परेशान हुए करण जौहर, बोले- मैं बर्बाद हो गया हूं, अगर जौहर के बजाए कश्यप...
फिल्म निर्माता करण जौहर के बारे में लाेगों के मन में कई सारी गलत धारणाएं हैं। लोगों को लगता है कि वह सिर्फ अमीरों के लिए फिल्में बनाते हैं। लेकिन, ऐसा नहीं है। वे हर तबके के लिए फिल्में बनाते हैं।

करण जौहर के बारे में लोगों को बहुत सारी गलतफहमियां हैं। इन्हीं गलतफहमियों को खत्म करण करते-करते परेशान हो गए हैं। दरअसल, वह इस वक्त अपनी एक्शन थ्रिलर फिल्म 'किल' का प्रमोशन करने में व्यस्त हैं। ये फिल्म उन्होंने ऑस्कर विजेता गुनीत मोंगा के साथ मिलकर बनाई है। हाल ही में इस फिल्म का प्रीमियर प्रतिष्ठित टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (टीआईएफएफ) में हुआ। जब प्रीमियर के बाद उनसे पूछा गया कि वह ऐसी सीरियस फिल्म का हिस्सा कैसे बने तब उन्होंने कहा, 'मैं सिर्फ पारिवारिक फिल्में नहीं बनाता हूं'।
करण जौहर ने दिया ऐसा जवाब
'किल' के प्रीमियर के बाद करण जौहर से पूछा गया कि उन्होंने ऑस्कर विजेता गुनीत मोंगा के साथ 'किल' जैसा प्रोजेक्ट क्यों किया, ये प्रोजेक्ट तो उनके प्रोडक्शन हाउस द्वारा बनाई गई फिल्मों से बहुत अलग है? तब करण जौहर ने कहा, "मैंने इसी धारणा को तोड़ने के लिए यह प्रोजेक्ट लिया है। लोगों को लगता है कि मैं सिर्फ फैमिली फिल्में या फिर अमीर लोगों के लिए फिल्में बनाता हूं। आज भी लोग मुझसे पूछते हैं 'ओह, आप केवल पारिवारिक फिल्में बनाते हैं?', 'आप केवल एनआरआई-फ्रेंडली फिल्में बनाते हैं...?', 'आप अमीर लोगों के लिए फिल्में बनाते हैं?' यह बहुत खराब है।"
मेरा नाम करण कश्यप...- करण जौहर
उन्होंने फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप का उदाहरण देते हुए कहा, "मैं इस धारणा की वजह से बर्बाद हो गया हूं। अगर मेरा नाम करण कश्यप होता, तो मैं बहुत बेहतर काम करता। यह ऐसा है कि मैं अपने ही नाम के कारण बर्बाद हो गया हूं।" बता दें, अनुराग कश्यप डार्क और सीरियस फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं, जिनमें ब्लैक फ्राइडे, देव डी, गैंग्स ऑफ वासेपुर और अग्ली शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि करण जौहर ने अनुराग कश्यप की बॉम्बे वेलवेट (2013) में खलनायक के रूप में भी काम किया था।
