अलविदा कादर खान: दिलीप कुमार के एक फैसले ने बदल दी थी कादर खान की किस्मत
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता कादर खान (Kader Khan) का निधन हो गया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई और आईएनएस ने इस खबर की पुष्टि कर दी है। कादर खान लंबे समय से बीमार थे और कनाडा के एक अस्पताल में उनका निधन हो...
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता कादर खान (Kader Khan) का निधन हो गया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई और आईएनएस ने इस खबर की पुष्टि कर दी है। कादर खान लंबे समय से बीमार थे और कनाडा के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया है। कादर के बेटे सरफराज खान ने इस बात की पुष्टि कर दी है। आपको बता दे कि कादर खान जितना अपनी एक्टिंग के बॉलीवुड में फेमस थे उससे कहीं ज्यादा वह अपने डायलॉग्स को लेकर हमेशा चर्चा में रहते थे। कादर खान हमेशा अपनी दमदार अदाकारी और डायलॉग डिलीवरी से दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब हो जाते थे। कादर खान को लोग ने उन्हें फिल्मी करियर में अलग-अलग भूमिकाओं में देखा। उन्हें नेगेटिव और कॉमिक दोनों ही रोल्स में पसंद किया गया।
कहते हैं कि जब कादर खान अपने कॉलेज लाइफ से गुजर रहे थे तब उन्होंने एनुअल फंक्शन में परफॉर्म कर रहे थे। उस एनुअल फंक्शन में बॉलीवुड में ट्रैजडी किंग कहे जाने वाले दिलीप कुमार बतौर गेस्ट बनकर गए थे। कादर खान की देखकर दीलीप कुमार इतने इंप्रेस हुए कि उन्होंने कादर को अपनी अगली फिल्म में साइन कर लिया। दिलीप कुमार ने उन्हें अपनी फिल्म सगीना के लिए साइन कर लिया। इसके बाद वह लगातार हिट फिल्में देते रहे। दिलीप कुमार के इस ऑफर के बाद कादर खान ने करीब 300 फिल्मों में काम किया और 250 से ज्यादा फिल्मों के संवाद लिखे थे। उन्होंने 1973 में ‘दाग’ फिल्म से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इसमें राजेश खन्ना मुख्य भूमिका में थे।
बता दें कि कादर खान का 22 अक्टूबर जन्म साल 1935 में अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था। उनका बचपन बेहद गरीबी में गुजरा था। कादर खान के स्कूलिंग की बात करें तो कादर खान ने इस्माइल यूसुफ कॉलेज से इंजीनियरिंग की थी और एमएच सैबू सिद्दिक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर बने। कादर खान उर्दू शायरी पढ़ने लिखने के शौकीन हैं।