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हिंदू ज्योतिषी ने ए.आर रहमान को दिया था मुस्लिम नाम, पढ़ें पूरी कहानी

संगीतकार ए.आर रहमान की मां करीमा बेगम का निधन हो गया है। रहमान अपनी मां करीमा के भी बेहद करीब थे। रहमान और उनकी मां ने जिंदगी के एक अहम मोड़ पर हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम अपना लिया था। अपने धर्मांतरण...

हिंदू ज्योतिषी ने ए.आर रहमान को दिया था मुस्लिम नाम, पढ़ें पूरी कहानी
Surya Prakash हिन्दुस्तान , नई दिल्लीWed, 6 Jan 2021 11:04 AM
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संगीतकार ए.आर रहमान की मां करीमा बेगम का निधन हो गया है। रहमान अपनी मां करीमा के भी बेहद करीब थे। रहमान और उनकी मां ने जिंदगी के एक अहम मोड़ पर हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम अपना लिया था। अपने धर्मांतरण के बारे में खुलासा करते हुए बताया था कि वह अपने पुराने नाम दिलीप को पसंद नहीं करते थे। AR Rahman The Spirit of Music पुस्तक के मुताबिक वह अपने नाम को अपनी इमेज के मुताबिक नहीं मानते थे। इस्लाम के सूफी मत की ओर रुझान बढ़ने के दौरान उन्हें अपना नाम बदलने का ख्याल आया था।

.आर रहमान ने बताया था कि मेरी मां छोटी बहन की शादी करना चाहती थी और इसके लिए ज्योतिषी के पास गई थीं। इसी दौरान मैं अपने नाम बदलना चाहता था और नई पहचान चाहता था। ज्योतिषी ने मेरी तरफ देखा और कहा कि यह काफी अच्छी बात है। इसके बाद उसने मुझे दो नाम सुझाए थे, अब्दुल रहमान और अब्दुल रहीम। ज्योतिषी का कहना था कि कोई भी एक नाम मेरे लिए अच्छा होगा। मैंने रहमान नाम पसंद किया। इस तरह से एक हिंदू ज्योतिषी ने मेरा मुस्लिम नाम रखा था। रहमान के मुताबिक उनकी मां चाहती थीं कि वह अपने नाम में 'अल्लाह रक्खा' जोड़ लें। इस तरह से वह अल्लाहरक्खा रहमान यानी एआर रहमान हो गए।

क्या उन पर किसी ने धर्म बदलने के लिए दबाव डाला था? इस सवाल के जवाब में ए.आर रहमान का कहना है कि ऐसा तभी हो सकता है, जब आपके दिल से आवाज उठी हो। मुश्किल समय में मजहब के चलते मदद मिलने की बात को लेकर ए.आर रहमान कहते हैं कि उनकी मां बचपन से हिंदू थीं। उनका रुझान आध्यात्मिकता की ओर था। उस दौर में हमारे घर में हिंदू देवताओं की तस्वीरें होती थीं। इसके अलावा मदर मेरी और जीसस की तस्वीरें भी होती थीं। हमारे घर की दीवारों पर मक्का और मदीना की तस्वीरें भी देखने को मिलती थीं। 

ए.आर रहमान बताते हैं कि 1986 में अपने पिता की मौत के 10 साल बाद वह कादरी साहब से मिले थे। उस वक्त वह बीमार थे और उनकी मां ने देखभाल की थी। इसलिए वह उन्हें अपनी बेटी की तरह मानने लगे थे। हमारे बीच गहरा संबंध था।  उस वक्त रहमान 19 साल के साथ म्यूजिशियन के तौर पर काम करने की शुरुआत कर चुके थे।

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