1000 करोड़ के पोंजी स्कैम से जुड़े गोविंदा के तार,होगी पूछताछ, जानें पूरा मामला
पोंजी स्कीम घोटाले को लेकर अभिनेता गोविंदा से भी पूछताछ होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस में शामिल एसटीए कंपनी के एक इवेंट में गोविंदा शामिल हुए थे। ऐसे में अब उनसे पूछताछ होगी, जानें पूरा मामला।

बॉलीवुड एक्टर गोविंदा का नाम 1000 करोड़ रुपये की पोंजी स्कीम घोटाले से जुड़ रहा है, जिसके चलते ओडिशा क्राइम ब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) उनसे पूछताछ करेगी। इस स्कीम घोटाले में सोलर टेक्नो एलायंस (STA) कंपनी का नाम आया है और कहा जा रहा है कि गोविंदा ने एसटीए कंपनी को अपने कुछ वीडियोज में एंडॉर्स किया है, यानी इनके लिए कुछ प्रमोशनल वीडियोज बनाए हैं। इसके साथ ही साथ गोविंदा इस कंपनी के एक इवेंट में भी शामिल थे।
गोविंदा से क्यों होगी पूछताछ
आरोप है कि एसटीए ने कई देशों में क्रिप्टो निवेश की आड़ में घोटाला किया है। इस साल गोवा में एसटीए ने एक इवेंट किया था,जिस में गोविंदा भी शामिल हुए थे। ये इवेंट गोवा के एक लग्जरी होटल में हुआ था, जहां करीब एक हजार लोग शामिल थे। इस इवेंट में गोविंदा बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थे। यह कार्यक्रम 30 जुलाई 2023 को हुआ था। ईओडब्ल्यू भुवनेश्वर की डीएसपी सस्मिता साहू का कहना है कि क्योंकि एसटीए के इवेंट में गोविंदा को बुलाया गया था, ऐसे में उनसे पूछताछ होगी। बताया जा रहा है कि गोविंदा से ये भी पूछा जाएगा कि उनसे एसटीए के कार्यक्रम में आने के लिए किसने संपर्क किया था।
क्या है मामला
द हिन्दु की एक रिपोर्ट के मुताबिक इंडिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो पर आधारित पोंजी स्कीम्स में करीब एक हजार करोड़ रुपये और 2 लाख इन्वेस्टर्स जुड़े हैं। पिछले महीने ईओडब्ल्यू ने एसटीए कंपनी के इंडिया हेड गुरतेज सिंह सिद्धू और ओडिशा हेड निरोद दास को 7 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। वहीं गुरतेज सिंह सिद्धू से लिंक पर भुवनेश्वर के निवेश सलाहकार रत्नाकर पलाई को 16 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। वहीं इस कंपनी के हेड डेविड गेज के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है, जो हंगरी का नागरिक है।
कैसे चलती है स्कीम
जानकारी के मुताबिक इस स्कीम में लोगों को एसटीए में शामिल होकर अपने अंडर सदस्यों को जोड़ने के लिए कहा जात, जिससे एक चेन सिस्टम बनता और सदस्यों को नये सदस्यों को जोड़ेन पर आकर्षक रिटर्न मिलता। रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड और अन्य राज्यों के निवेशकों से लाखों रुपये जमा कराए गए हैं।
