एकता कपूर बोलीं किरदारों में जान डालकर कहानी को जीवंत बनाता है निर्देशक
निर्माता एकता कपूर कहती हैं कि एक निर्देशक का काम किरदारों में जान डालने का होता है। यह काम काफी महत्वपूर्ण है, इसलिए वह एक ऐसी निर्माता बनकर खुश हैं, जिस पर निर्देशक भरोसा कर सकें। भारतीय टेलीविजन...
निर्माता एकता कपूर कहती हैं कि एक निर्देशक का काम किरदारों में जान डालने का होता है। यह काम काफी महत्वपूर्ण है, इसलिए वह एक ऐसी निर्माता बनकर खुश हैं, जिस पर निर्देशक भरोसा कर सकें। भारतीय टेलीविजन में एक ऐसा नाम, जिसकी तूती बोलती है, वह है एकता कपूर। वह बखूबी जानती हैं कि भारतीय जनता को क्या पसंद आता है, इसलिए उनके बनाए गए शोज घर-घर में लोकप्रिय हैं। सिर्फ टीवी शोज ही नहीं, बल्कि उनके नाम 'लिपस्टिक अंडर माई बुरखा' और 'वीरे दी वेडिंग' जैसी बोल्ड फिल्में भी हैं। लेकिन अब तक हमने एकता कपूर को निर्देशक के तौर पर नहीं देखा। एकता कहती हैं कि वह एक निर्माता के रूप में ही ज्यादा खुश हैं।
बकौल एकता, 'मैं समझती हूं कि मैं एक कहानीकार हूं। निर्देशन करना एक बड़ी जिम्मेदारी है। यह एक उच्च कौशल वाला काम है। एक फिल्म निर्देशक का काम किसी भी पटकथा के दृश्यों को सही तरीके से आकार देना होता है। वह कहानी को जीवंत बनाता है और उसके किरदारों में जान डालता है। मैं उनसे प्रेरित होती हूं। इस कार्य की बजाय मैं एक ऐसी निर्माता बनने में ही खुश हूं, जिस पर एक निर्देशक भरोसा कर सकता है। मुझे यह ज्यादा पसंद है।' एकता ऐसे कंटेंट के लिए जानी जाती हैं, जो हमेशा नया होता है। उनकी हालिया फिल्म 'ड्रीम गर्ल' की पटकथा भी काफी अलग है, जिसमें अभिनेता आयुष्मान खुराना एक ऐसा किरदार निभा रहे हैं, जो एक एडल्ट हॉटलाइन के लिए महिला की आवाज निकालता है।
एक अभिनेता के तौर पर आयुष्मान ऐसे विषय चुनते आए हैं, जो थोड़े अलग और रिस्की हैं। तो क्या इस फिल्म के लिए भी एकता को एक निर्माता के रूप में कोई दबाव महसूस हुआ, इस पर एकता कहती हैं, 'मेरे लिए यह जरूरी था कि एक टीम की तरह ऐसा काम किया जाए,जो लोगों को पसंद आए। जब आप फिल्म बनाते हैं, तो दबाव तो रहता ही है। जाहिर है हम सब चाहते हैं कि फिल्म लोगों को भी पसंद आए और दर्शक इससे एक जुड़ाव महसूस कर पाएं। आखिर में हम हमेशा नई और मनोरंजक कहानियां कहने की कोशिश करते हैं। आयुष्मान हमेशा ऐसे आइडिया को चुनते हैं, जो नए हों, अच्छे हों और मनोरंजक हो।' वह आगे कहती हैं कि यह कोशिश उन कहानियों को बताने की है, जो हमारे जीवन में प्रासंगिक हैं। मैं अलग-अलग तरह की, उदार कहानियां बताने की कोशिश करती हूं।