शौहर कैफी आजमी की मौत के बाद कभी अपने ससुराल नहीं गईं शबाना की मां शौकत आजमी
मशहूर थियेटर कलाकार और शबाना आजमी की मां शौकत कैफी आजमी के इंतकाल की खबर मिलते ही फूलपुर के मिजवां गांव में मातम छा गया। गांव के लोग बताते हैं कि अपने शौहर मशहूर शायर कैफ़ी आज़मी के साल 2002 में निधन...
मशहूर थियेटर कलाकार और शबाना आजमी की मां शौकत कैफी आजमी के इंतकाल की खबर मिलते ही फूलपुर के मिजवां गांव में मातम छा गया। गांव के लोग बताते हैं कि अपने शौहर मशहूर शायर कैफ़ी आज़मी के साल 2002 में निधन के बाद शौकत अपने ससुराल कभी नहीं लौटी।
यही नहीं कैफी साहब के इंतकाल के बाद शौकत आजमी ने फिल्मों में भी काम बंद कर दिया। हीर रांझा, हकीकत, उमराव जान, बाज़ार जैसी फिल्मों से अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाली शौकत 2002 में आखिरी बार फिल्म साथिया में नज़र आई थी।
गांव के हरिमन्दिर पांडे याद करते हैं कि शौकत आजमी ने हर हालात में कैफ़ी साहब का साथ निभाया। वह आखिरी बार 1997 मे मिजवां आई थीं। वह गांव के लोगों से पूरी आत्मीयता से मिलतीं। उनके सुख-दुख को जानतीं और सहायता करतीं।
शायद उन्हीं की प्रेरणा रही होगी कि बाद में शबाना आजमी ने गांव की लड़कियों को स्वावलंबी बनाने की पहल की। यह पहल अब विस्तार पाती दिखती है। उनके निधन से मिजवां समेत पूरे जिले में शोक है।