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आयुष्मान खुराना बोले- कमियों के साथ हीरोगिरी लुभाती है

आयुष्मान खुराना ने जिस किस्म की फिल्मों में काम किया है, उनमें काम करने से शायद बॉलीवुड के ज्यादातर सुपरस्टार...

Sushmeeta Semwal श्रेया मुखर्जी, नई दिल्लीSun, 8 Dec 2019 10:07 PM
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आयुष्मान खुराना

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आयुष्मान खुराना ने जिस किस्म की फिल्मों में काम किया है, उनमें काम करने से शायद बॉलीवुड के ज्यादातर सुपरस्टार कतराते। ऐसी भूमिकाओं की बदौलत अब आयुष्मान ने अपनी एक खास जगह बना ली है। शायद यही वजह है कि दर्शकों को हमेशा उनकी फिल्मों का बेसब्री से इंतजार रहता है। कई लोगों को हैरत होती है कि आखिर किस वजह से वह फिल्मी परदे पर इतने अतरंगी किरदार निभाते हैं। वहीं आयुष्मान का मानना है कि आम किरदारों की कमियों को छुपाया नहीं जाना चाहिए, बल्कि उनकी स्वीकार्यता बढ़नी चाहिए।
 

आयुष्मान खुराना

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वह कहते हैं, ‘हमारी कमियां हमें हकीकत के करीब लाती हैं। जिन लोगों से हम जुड़ाव महसूस करते हैं, उनके साथ अनायास ही एक रिश्ता बन जाता है। यह जरूरी है कि आम किरदारों की कमियां देखकर दर्शक कहें कि हम भी ऐसे ही हैं, हमें भी यही महसूस होता है, हमने भी ऐसी ही जिंदगी जी है...’

आयुष्मान

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आयुष्मान लगातार ऐसे किरदारों की तलाश में रहते हैं, जिनकी कमियां स्पष्ट तौर पर नजर आती हों, क्योंकि उनका मानना है कि ऐसे लोगों की कहानियां सबसे बेहतरीन होती हैं। उनकी इन कहानियों को दर्शक पसंद भी कर रहे हैं, जिससे साबित होता है कि वह सही रास्ते पर हैं। वह कहते हैं, ‘अगर किसी एक कमी की वजह से आम इनसान कोई हीरोगीरी वाला काम करता है, तो दर्शकों को यह बहुत पसंद आता है। अपनी परिस्थितियों और खुद पर जीत हासिल करना बहुत बड़ी बात होती है। लोग भी ऐसी ही कहानियां देखना चाहते हैं।’

आयुष्मान

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आयुष्मान को ऐसा भी लगता है कि पूरी तरह कमियों से मुक्त, हर चीज में बेहतरीन किरदार में कोई आकर्षण नहीं होता, बल्कि ऐसे किरदार उन्हें उबाऊ लगते हैं। बकौल आयुष्मान, ‘कमियों के साथ जीने वाले आम लोगों की जिंदगी में एक अलग ही आकर्षण होता है। वे बेहद दिलचस्प लोग होते हैं। उनका सफर बेहद दिलचस्प होता है। अब ऐसे किरदारों का दौर जा चुका है, जो पूरी तरह से दोषमुक्त और हर तरह से बेहतरीन हों। अब कोई भी ऐसा नहीं बनना चाहता। अब लोग अपनी कमियों को स्वीकार कर तरक्की करना चाहते हैं। अब लोग अपनी आंखों में झांक कर खुद को स्वीकारने से घबराते नहीं हैं।’

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