सुशांत सिंह राजपूत को लेकर अंकिता लोखंडे ने तोड़ी चुप्पी, कहा- उनके लिए पैसे नहीं रखते थे मायने, वह छोटी-छोटी चीजों में ढूंढ़ते थे खुशियां
सुशांत सिंह राजपूत मामले में पहली बार अंकिता लोखंडे ने खुलकर अपनी बात रखी है। रिपब्लिक टीवी से बात करते हुए अंकिता ने कहा है सुशांत अपने पैशन को फॉलो करता था। वह हर छोटी-छोटी चीजों में अपनी खुशियां...
सुशांत सिंह राजपूत मामले में पहली बार अंकिता लोखंडे ने खुलकर अपनी बात रखी है। रिपब्लिक टीवी से बात करते हुए अंकिता ने कहा है सुशांत अपने पैशन को फॉलो करता था। वह हर छोटी-छोटी चीजों में अपनी खुशियां ढूंढता था।
इंटरव्यू के दौरान अंकिता ने कहा, ''पैसा बहुत छोटी चीज थी सुशांत के लिए, लेकिन उसका पैशन बहुत बड़ा था। वो हमेशा मुझसे कहता था कि अगर सबकुछ खत्म भी हो जाए तो मैं फिर से अपना एम्पायर खड़ा कर लूंगा। अगर नहीं मिला तो अपने दम पर जिंदगी जीऊंगा। उसकी क्रिएटिविटी, फिल्मों के लिए उसका पैशन बल्कि मैं कहना चाहूंगी कि जिंदगी के लिए उसका पैशन था।''
''वह हर काम शिद्दत से करता था। मैंने उसे देखा है। डांस खुशी से करता था। वह श्यामक डावर के ग्रुप बैकग्राउंडर डांसर रहा है। वहां से उसकी जर्नी जो शुरू हुई है वो दिल बेचारा पर जाकर खत्म हो गई।''
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''सुशांत हमेशा मुझसे एक बात बोलता था कि सक्सेस और फेलियर के बीच में एक लाइन होती है, जो महेंद्र सिंह धोनी फॉलो करते हैं। जब ज्यादा अच्छा होता है तो वह सटल रहते हैं और कुछ ज्यादा खराब होता तो भी वह सटल रहते हैं। सुशांत बोलता था कि मैं ऐसा ही होना चाहता हूं। उस पर न कभी सक्सेस का असर पड़ा न कभी डाउनफॉल का। सुशांत मानता था कि खुशियां पलभर की होती हैं। इसलिए वह छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढ़ता था। उसे बच्चों को पढ़ाने में खुशी मिलती थी। तारों को देखने में उसे खुशी मिलती थी। उसने कई सारे बच्चों को पढ़ाया था। उसका यही पैशन था। वह इसके लिए कभी मर नहीं सकता है।