अक्षय कुमार बोले- मेरे बच्चे सभी धर्मों के बारे में जानते हैं
चाहे मनोरंजक फिल्मों के जरिए या अपने ह्यूमर के जरिये, अभिनेता अक्षय कुमार ने अपने चाहने वालों की जिंदगी में काफी खुशियां बिखेरी हैं। हालांकि यह काम वह अनायास ही करते हैं और कभी इसका क्रेडिट लेते भी...
चाहे मनोरंजक फिल्मों के जरिए या अपने ह्यूमर के जरिये, अभिनेता अक्षय कुमार ने अपने चाहने वालों की जिंदगी में काफी खुशियां बिखेरी हैं। हालांकि यह काम वह अनायास ही करते हैं और कभी इसका क्रेडिट लेते भी नहीं दिखते। उनकी हालिया रिलीज फिल्म ‘गुड न्यूज’ को लोगों ने सराहा, जिसकी उन्हें खुशी है। वह हर धर्म का सम्मान करते हैं और यह ख्याल रखते हैं कि उनके बच्चे आरव और नितारा भी सभी धर्मों का सम्मान करें। उनसे बातचीत के कुछ अंश-
आपकी फिल्म ‘गुड न्यूज’ हाल ही में क्रिसमस के मौके पर रिलीज हुई थी... कैसा लगा आपको?
क्रिसमस और नया साल हम सबके जीवन में खूब खुशियां लेकर आता है। मैंने भी इस समय का पूरा आनंद लिया। हमने क्रिसमस और नए साल के जश्न के साथ ही फिल्म की कामयाबी का भी जश्न मनाया। वैसे हम क्रिसमस और नए साल पर केक काटते हैं, कैंडीज खाते हैं, तोहफे देते हैं, सीक्रेट सैंटा जैसे खेल खेलते हैं और पार्टी करते हैं। मेरी फिल्म को इससे अच्छी और कौन सी डेट मिल सकती थी। इस पर दर्शकों की प्रतिक्रिया से भी मैं खुशी महसूस कर रहा हूं।
‘भारत के वीर’ (अक्षय कुमार और राजनाथ सिंह द्वारा शुरू की गई एक पहल) आपदाग्रस्त क्षेत्रों की मदद कर रहे हैं और आपके फैन क्लब्स आपके जन्मदिन पर ब्लड डोनेशन कैंप्स का आयोजन करते हैं, इस पर आप कैसा महसूस करते हैं?
किसी को कुछ देना, बहुत व्यक्तिगत है और मुझे लगता है कि वह व्यक्तिगत ही रहना चाहिए। उस पर बात नहीं करनी चाहिए। अगर आप अपने कार्य से किसी के जीवन में थोड़ा सा भी बदलाव ला सकते हैं, तो मेरी समझ में यह किसी प्रार्थना से भी अधिक महत्व रखता है। मैं अपने स्तर पर जो कुछ कर सकता हूं, वह करता हूं।
एक पिता के तौर पर, आप कैसे तय करते हैं कि आपके बच्चे सभी धर्मों और त्योहारों का सम्मान करें ?
मैं उन्हें दूसरी संस्कृति के लोगों के साथ सद्भाव से रहने के लिए प्रेरित करता हूं। मुझे नहीं लगता कि ऐसा कोई त्योहार है, जो हमारे दोस्तों या परिवारवालों में से कोई नहीं मनाता होगा। हम साल भर में आने वाले सभी त्योहार मनाते हैं। इस तरह मेरे बच्चों को सभी धर्मों और रीति-रिवाजों के बारे में पता रहता है। दुनिया में इतनी विभिन्नताएं हैं, बच्चों को वह सब अनुभव करने का अधिकार है, जो उनका दिल चाहता है। मैं अपने बच्चों को कुछ भी करने से नहीं रोकता, फिर चाहे वह मैं करता हूं या नहीं। हम बंद दिमाग और एकतरफा समाज को प्रोत्साहित नहीं कर सकते। जीवन आनंद लेने का नाम है, किसी के नियमों से बंधने का नहीं।
अगर आपको कोई एक विश मांगनी हो तो वह क्या होगी?
मेरी इच्छा है कि हमारे मन के भीतर मौजूद सभी राक्षसों से हमें मुक्ति मिले ताकि दुनिया में शांति आए, प्रेम और सद्भाव का माहौल कायम हो।