TVF Sixer Review: टीवीएफ ने मारा 'सिक्सर', शिवांकित का दिखा 'करिश्मा'
अमेजन मिनी टीवी पर रिलीज हुई वेब सीरीज सिक्सर, निक्कू (शिवांकित सिंह परिहार) की जोरदार बल्लेबाजी और मोहल्ले के क्रिकेट टीम की कहानी है, जिस में कई और अहम किरदार और कई सारे दिलचस्प मोड़ हैं।
वेब सीरीज: सिक्सर
स्टारकास्ट: शिवांकित सिंह परिहार, वैभव शुक्ला, आनंदेश्वर द्विवेदी, करिश्मा सिंह, बद्री, राहुल तिवारी आदि
निर्देशक: चैतन्य
कहां देखें: अमेजन मिनी टीवी
क्या है कहानी: बीते कुछ वक्त में टीवीएफ ने कंटेंट के दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है, पहले जहां इसका कंटेंट यूट्यूब और टीवीएफ ऐप पर ही देखने को मिलता था, तो अब इसका यूनिवर्स एक्सपेंड हो रहा है और अन्य ओटीटी पर भी इनका कंटेंट आ रहा है। इस कड़ी में नई सिक्सर नई पेशकश है। बात सिक्सर की कहानी की करें तो ये एक गली मोहल्ले वाले क्रिकेट टीम और एक ऐसे शख्स की कहानी है, जो ताबड़तोड़ बल्लेबाज है। यानी उसे अपने क्रिकेट पर इतना यकीन है कि फॉर्म चेंज करके भी शर्त लगाता है और जीतता है। लेकिन कॉन्फिडेंस और ओवर कॉन्फिडेंस में बहुत बारीक अंतर होता है, जो सब बनाता और बिगाड़ता है। निक्कू (शिवांकित) की जोरदार बल्लेबाजी और मोहल्ले के क्रिकेट टीम की कहानी है सिक्सर, जिस में कई और अहम किरदार हैं और कई सारे दिलचस्प मोड़।
क्या है खास और कहां खाई मात: सीरीज सिक्सर की कहानी की सबसे अच्छी बात ये है कि ये सिर्फ किसी टीम या इंसान की हार जीत की कहानी नहीं है। इसके 6 एपिसोड्स में आपको अलग अलग इमोशन्स देखने को मिलते हैं, जो सिर्फ क्रिकेट के ग्राउंड ही नहीं बल्कि जिंदगी के मैदान में भी काम आते हैं। सिक्सर में अधिकतर किरदार टीवीएफ की धीमी आंच के पके हैं, तो सभी की एक्टिंग में वो परिपक्वता दिखती है। सीरीज में शिवांकित ने किरदार को जीया है, जिसे देखकर बतौर दर्शक कभी गुस्सा आता है, तो कभी मजा आता है। वहीं करिश्मा का किरदार और उनकी एक्टिंग भी सोने पे सुहागा वाला काम करती है। बद्री, आनंदेश्वर सहित बाकी सभी एक्टर्स का भी काम अच्छा है। इस सीरीज में वैसे तो काफी कुछ अच्छा है लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जिनपर मेहनत कम दिखती है। जैसे वेब सीरीज एडिटिंग में कमजोर दिखती है, फिल्म की लंबाई खींची हुई है, जो कई बार धड़ाम होती है। इस वेब सीरीज में दूसरी कमी लगती है बढ़िया सिनेमैटोग्राफी, चूंकि सीरीज में क्रिकेट भी अहम है, ऐसे में इसके शॉट्स को और अच्छे से कवर किया जा सकता था, जो काफी सिनेमैटिक होता तो बतौर दर्शक बांधे रखता। इसके अलावा भी कुछ और चीजें हैं, लेकिन उन्हें बतौर दर्शक नजरअंदाज किया जा सकता है।
देखें या नहीं: कुल मिलाकर टीवीएफ की सिक्सर एक ऐसी सीरीज है, जिसे शायद सभी खूब एन्जॉय न कर पाएं, लेकिन जो गली- मोहल्ले के क्रिकेट खेले हैं, वो इसे काफी पसंद करेंगे। हालांकि ये कहना भी गलत नहीं होगा कि टीवीएफ ने बीते कुछ वक्त में इतना अच्छा कंटेंट दिया है कि सिक्सर उनके मुकाबले थोड़ा कमतर साबित होती है।