Transformers 7 Review: धमाकेदार है 'ट्रांसफॉर्मर्स 7', 'फास्ट एंड फ्यूरियस' से 'एवेंजर्स' तक का मिलेगा मजा
Transformers Rise of the Beasts Hindi Review: ट्रांसफॉर्मर्स सीरीज की सातवीं किश्त 'ट्रांसफॉर्मर्स- राइज ऑफ द बीस्ट्स' धमाकेदार है। फिल्म का एक्शन बढ़िया है और आपको बांधे रखता है।
फिल्म: ट्रांसफॉर्मर्स- राइज ऑफ द बीस्ट्स
निर्देशक: स्टीवन कैपल जूनियर
प्रमुख स्टारकास्ट: एंथोनी रामोस और डोमिनिक फिशबैक
कहां देखें: थिएटर्स
टाइम: 128 मिनट
क्या है कहानी: तकनीकी शब्दों में न जाएं तो आम शब्दों में फिल्म की कहानी है कि एक डॉर्क गॉड है, जो ग्रहों को खत्म करता है और अब वो पृथ्वी को खत्म करना चाहता है लेकिन ऑटोबॉट्स उसे बचाने की कवायद में जुट जाते हैं। विलेन्स हकीकत में काफी मजबूत हैं और हर बार हमारे हीरोज को मात देते हैं। कहानी आगे बढ़ती है और विलेन्स को जो चाबी चाहिए, उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी मैक्सिमल्स के पास थी, वो भी ऑटोबॉट्स की मदद में जुट जाते हैं। ऐसे में एक पूरी टीम बनती है और शुरू होती है ताबड़तोड़ लड़ाई। अब कौन जीतता है? कौन हारता है? कैसे इंसान इस लड़ाई का हिस्सा बनते हैं? और क्या है आखिर की जोरदार फैन ट्रीट? ये सब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
क्या कुछ है खास और कहां खाई मात: बात 'ट्रांसफॉर्मर्स- राइज ऑफ द बीस्ट्स' की कहानी की करें तो इस में कुछ भी खास या भी अलग नहीं है। यही कहानी कई बार अलग अलग फिल्मों में करीब करीब देखी जा चुकी है, जिस में साल 2007 में रिलीज हुई फिल्म 'फैंटास्टिक फोर: राइज ऑफ़ द सिल्वर सर्फर' भी शुमार है। लेकिन इस फिल्म को जिस तरह से दिखाया और बनाया गया है, वो ही इसकी जान है। फिल्म का एनिमेशन, एक्शन और बैकग्राउंड म्यूजिक बहुत तगड़ा है और इस ही वजह से फिल्म पसंद आती है। फिल्म में मिराज के किरदार ने चार चांद लगाने का काम किया है, वहीं बंबलबी का कमबैक सीटी बजाने पर मजबूर कर देता है। ट्रांसफॉर्मर्स लवर्स के बीच में ऑप्टिमस प्राइम के साथ ही साथ बंबलबी की भी तगड़ी फैन फॉलोइंग है।इस कैरेक्टर को फैन्स काफी पसंद करते हैं और यही वजह है कि इसका एक अलग पार्ट भी आ चुका है। इस फिल्म के एक्शन सीन्स इतने खूबसूरती से फिल्माए गए हैं, कि कभी आपको फास्ट एंड फ्यूरियस का फील आएगा तो कभी एवेंजर्स का, कई सीन्स दूसरी फिल्मों के मुकाबले रिपीट हैं, लेकिन पूरा कॉम्बिनेशन जोरदार दिखता है। फिल्म का फर्स्ट हाफ थोड़ा स्लो है और स्पीड पकड़ने में वक्त लेता है, लेकिन दूसरा पार्ट बहुत तेजी से आगे बढ़ता है और आप भूल जाते हैं कि पहले हिस्से में थोड़ा सुस्ती थी। इस फिल्म को हिंदी पट्टी के दर्शक पठान मान सकते हैं, जिस में नयापन नहीं है, लेकिन मसाला भरपूर है और इस वजह से आपको आपके टिकट के पैसे वसूल लगेंगे।
देखें या नहीं: 'ट्रांसफॉर्मर्स- राइज ऑफ द बीस्ट्स', ट्रांसफॉर्मर्स सीरीज की सातवीं किश्त है और अगर आपको ट्रांसफॉर्मर्स फिल्म सीरीज पसंद है तो ये आपके लिए अभी तक का सबसे अच्छा तोहफा है। हालांकि अगर आपने अभी तक इस फिल्म के किसी भी पार्ट को नहीं देखा है तो कम से कम पहले पार्ट को देख लें, ताकि आपको फिल्म का मोटा मोटा कंसेप्ट समझ आ जाए और किरदारों से और उनके बैकग्राउंड से आप रूबरू हो सकें। इस फिल्म को आपको 3डी में एन्जॉय करना चाहिए।