Thank You For Coming: महिलाओं की सेक्शुल इच्छाओं पर खुलकर बात करती है 'थैंक्यू फॉर कमिंग', पढ़ें रिव्यू
Thank You For Coming Review : भूमि पेडनेकर की फिल्म 'थैंक्यू फॉर कमिंग' रिलीज हो गई है, जो महिलाओं की सेक्शुअल डिजाइर्स पर खुलकर बात करती है। फिल्म देखने से पहले पढ़ें फिल्म का रिव्यू...

फिल्म: थैंक्यू फॉर कमिंग
निर्देशक: करण बुलानी
स्टार कास्ट: भूमि पेडनेकर, शहनाज गिल, डॉली सिंह, कुशा कपिला, करण कुंद्रा और अनिल कपूर
कहां देखें: थिएटर
क्या है कहानी....
'थैंक्यू फॉर कमिंग', कनिका कपूर (भूमि पेडनेकर) की कहानी है, जो 32 साल की है और उसे कभी ऑर्गेज्म नहीं मिला है। कनिका को उसकी सिंगल मॉम (नताशा रस्तोगी) ने पाला है और चाहती हैं कि वो खुलकर जिंदगी जिए। लेकिन कनिका अपनी मां की तरह जिंदगी नहीं जीना चाहती है। जिंदगी के हर मोड़ पर अपनी लिए एक आइडल इंसान ढूंढ रही है। फिल्म में दिखाया जाता है कि कैसे उसकी जिंदगी के अलग अलग पल में वो अलग अलग लोगों के साथ रही है। जिस में एक स्कूल में था, एक बॉयफ्रेंड था और एक उम्र में काफी बड़ा इंसान। अपने 30वें जन्मदिन पर वो अपनी दोस्तों टीना दास(शिबानी बेदी) और पल्लवी खन्ना (डॉली सिंह) को बताती है कि उसे कभी ऑर्गेज्म नहीं हुआ है। कहानी आगे बढ़ती है और दिखता है कि 32की उम्र में भी कनिका को आज तक बेड पर सेटिस्फेक्शन नहीं मिला है। ऐसे में अब आखिरकार कनिका, दोस्त जीवन आनंद (प्रद्युमन सिंह) के साथ सगाई करने का फैसला लेती है, जो उसे पसंद करता है। सगाई की रात वो खूब डांस करती है, शराब पीती है और सभी एक्सेस को बुलाती है। उस रात उसे ऑर्गेज्म मिलता है लेकिन उसे याद नहीं रहता है कि ऐसा कैसे हुआ। फिल्म का सेकेंड हाफ उस शख्स की तलाश को ही दिखाता है।
सिर्फ सेक्स पॉजिटिव कॉमेडी से बढ़कर ...
सेक्स कॉमेडीज दिखाना आसान नहीं होता है और जब बात महिलाओं की, उनके शरीर की, उनके सेक्शुअल इच्छाओं की और खुशियों की हो तो ये और भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है। 'थैंक्यू फॉर कमिंग'इन सभी पहलूओं को छूती है। ये फिल्म रॉ है, सच्ची है और महिलाएं इससे जुड़ाव महसूस कर सकती हैं। फिल्म दिखाती है कि कैसे महिलाओं की सेक्शुअल डिजायर्स पर बात की जाना जरूरी है और वो भी बिना सॉरी कहे हुए। 'थैंक्यू फॉर कमिंग' दिखाती है कि महिलाओं को खुशी की जरूरत है चाहें वो बिस्तर पर हो, रिलेशनशिप्स में हो या फिर जिंदगी के बाकी पहलुओं में। ये फिल्म सिर्फ सेक्स पॉजिटिव कॉमेडी से बढ़कर है। फिल्म अर्से से चली आ रही पितृसत्ता पर भी सोचने पर मजबूर करती है और बताती है कि कैसे महिलाओं को उम्र के हिसाब से बांध दिया गया है।
फनी हैं डायलॉग्स...
करीब दो घंटे की कहानी, बतौर दर्शक आपको खूब एंटरटेन करते हैं। फिल्म के डायलॉग्स फनी हैं और दिखाने का अंदाज उससे भी ज्यादा फनी है। हालांकि फिल्म की कहानी कई बार डोलती है, लेकिन फिर से ट्रैक पर आ जाती है। फिल्म अपनी बात एक दम सीधी तौर पर और सटीक अंदाज में कहती है। फिल्म में सेक्स कॉमेडी है और बेवजह नहीं है। फिल्म में स्लैंग्स नहीं है और फालतू जोक्स नहीं है। फिल्म के एक सीन में बताया जाता है कि 70 प्रतिशत महिलाओं ने अपनी पूरी जिंदगी में कभी ऑर्गेज्म फील नहीं किया है, क्योंकि 90प्रतिशत लोगों को पता ही नहीं है कि सेक्स कैसे करते हैं। फिल्म कई मायनों में काफी कुछ पहली बार करती नजर आई है।
देखें या नहीं...
फिल्म में भूमि ने बिंदास अंदाज से रोल को निभाया है और अपने कंफर्ट जोन से बाहर आकर काम किया है। कनिका बोल्ड है, ब्रेव है और कुछ भी कहने और करने की हिम्मत रखती है। फिल्म में सुशांत दिवगिकर नजर आए हैं और उन्होंने दमदार अंदाज में अपना किरदार निभाया है। फिल्म में सुशांत एक अच्छा सरप्राइज पैकेज के तौर पर नजर आते हैं। 'थैंक्यू फॉर कमिंग'दोस्ती पर भी रोशनी डालती है। ऐसी रोशनी जहां पर बताते भी हैं, लेकिन छिपाते भी हैं। फिल्म में शहनाज गिल, कुशा कपिला, अनिल कपूर और करण कुंद्रा का एक्सटेंडेड कैमियो है, जो कहानी को आगे ले जाने में मदद करते हैं। कुल मिलाकर 'थैंक्यू फॉर कमिंग' सिर्फ फेमिनिज्म की बात नहीं करती है। इस फिल्म को अपनी गर्ल गैंग, पार्टनर के साथ देखें और एन्जॉय करें। वहीं जो भी आपको खुशी देता है, उसके बारे में बात करनें न सोचें।
